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जिला प्रशासन ने किया स्नेहालय का अधिग्रहण, सामाजिक न्याय विभाग संभालेगा जिम्मेदारी

जिला प्रशासन ने किया स्नेहालय का अधिग्रहण, सामाजिक न्याय विभाग संभालेगा जिम्मेदारी
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ग्वालियर । मूकबधिर युवती के साथ दुष्कर्म, गर्भपात एवं मंदबुद्धि युवक की मौत के बाद हरकत में आये जिला प्रशासन ने स्नेहालय का अधिग्रहण कर लिया है। प्रशासन ने स्नेहालय के संचालन की जिम्मेदारी संयुक्त संचालक, सामाजिक न्याय को सौंप दी है।

मूकबधिर और मंदबुद्धि बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की देखभाल करने वाले स्नेहालय की काली करतूतें उजागर होने के बाद जिला प्रशासन ने गुरुवार को इसका अधिग्रहण कर लिया। प्रशासन ने सामाजिक न्याय विभाग के अंतर्गत संचालित जूनियर कन्या छात्रावास चीनौर की अधीक्षिका श्रीमती निर्मला गुर्जर को इसकी जिम्मेदारी दी है इसके साथ-साथ प्रशासन ने महिला बाल विकास विभाग का स्टॉफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम की भी तैनाती की है, जो चौबीस घंटे व्यवस्थाएं देखेंगी। वहीं यहां पर रहने वाले 41 युवक-युवतियों के खान-पान, स्वास्थ्य एवं उनकी देखरेख प्रशासन ही करेगा।

इससे पहले गुरुवार को सुबह यहाँ रह रहे 22 साल के मंदबुद्धि युवक की मौत हो गई । युवक की मौत के बाद अचानक प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया और संभागायुक्त बीएम शर्मा, जिलाधीश अशोक कुमार वर्मा ने स्नेहालय की निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यहां के स्टॉफ को पूरी व्यवस्थाएं संभालने की जिम्मेदारी सौंपी।

उल्लेखनीय है कि स्नेहालय में सात दिन पहले मूकबधिर युवती के साथ दुष्कर्म के बाद गर्भपात कराने व भ्रूण को जलाने के मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने संचालक डॉ. बीके शर्मा सहित कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद यहां की व्यवस्थाएं गड़बड़ाने लगी। जिलाधीश ने एसडीएम झांसी रोड को पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी और उन्होंने जांच के बाद रिपोर्ट सौंप दी, जिसमें अव्यवस्थाओं की बात सामने आई। गुरुवार की सुबह यहां पर युवक की मौत के बाद संभागायुक्त बीएम शर्मा, जिलाधीश अशोक कुमार वर्मा, मानसिक आरोग्यशाला की निदेशक डॉ. ज्योति बिंदल व अन्य अधिकारी स्नेहालय पहुंचे और निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान वह यहां पर रहने वाले युवक-युवतियों के कॉटेज में गए और उनसे व स्टॉफ से बात की। जिसमें तीन युवतियां बीमार मिलीं, जिन्हें जयारोग्य अस्पताल उपचार के लिए भेजा। साथ ही किचन, स्टोर का निरीक्षण किया तो यहां पर भोजन व दवाएं पर्याप्त नहीं मिली, इस पर संभागायुक्त ने पूरी व्यवस्थाएं, स्टॉफ की तैनाती करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के बाद जिलाधीश वर्मा ने स्नेहालय का अधिग्रहण कर इसके संचालन की जिम्मेदारी सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक राजीवसिंह को सौंप दी। साथ ही 28 युवक-युवतियों के स्वास्थ्य की जांच मानसिक आरोग्यशाला में कराई गई। राशन के साथ, दवाओं, नियमित जांच आदि की व्यवस्था भी की। महिला सुपरवाईजरों की चौबीस घंटे ड्यूटी लगाई गई। जहां तक यहां के युवक-युवतियों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की बात है तो तब तक उन्हें शिफ्ट नहीं किया जाएगा तब तक कोई संस्था पूरी तरीके से उनकी देखरेख, खान-पान की जिम्मेदारी नहीं ले लेता है।

Updated : 27 Sep 2018 9:42 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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