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..बत्ती दिलवाकर सबको संतुष्ट करूंगा: सिंधिया

अंचल की विधानसभाओं के दावेदारों से सिंधिया ने की चर्चा कहा-मेरे हाथ में कुछ नहीं, जिसे टिकट मिलेगा, उसके लिए करें काम

..बत्ती दिलवाकर सबको संतुष्ट करूंगा: सिंधिया
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ग्वालियर। विधानसभा चुनाव 2018 में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। ग्वालियर-चम्बल अंचल में 34 विधानसभा सीटों पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी सांसद एवं प्रदेश चुनाव अभियान समिति के संयोजक ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास है, इसलिए उन्होंने शुक्रवार को जयविलास पैलेस में 24 विधानसभा के दावेदारों को तलब किया। इसमें मौजूदा 10 विधायकों में से सिर्फ एक करैरा विधायक को बुलाया, साथ ही दतिया के दावेदारों को भी नहीं बुलाया। इसके बाद विधानसभा दावेदारों को नाम ले-लेकर अंदर कक्ष में बुलाकर चर्चा की और कहा कि उनके हाथ में कुछ नहीं है। अब जो भी कुछ होगा, वह सर्वे और क्राइटेरिया के आधार पर होगा। वे यह भी कह रहे थे कि यदि मैंने किसी की अनुशंसा की और लिफाफे में किसी दूसरे का नाम निकले तो यह मानकर चलना कि यह नाम ऊपर से तय हुआ है, इसलिए जिसे भी टिकट मिले, आप उसके लिए काम करें। उन्होंने दावेदारों का आक्रोश शांत करने के लिए यह भरोसा भी दिलाया कि अगर सरकार बनती है तो मैं बत्ती दिलवाकर आपको एडजस्ट करवा दूंगा। चूंकि इन दावेदारों और उनके समर्थकों से पिछले लम्बे समय से कांग्रेस के लिए काम कराया जा रहा था और राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा व रोड शो में भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई थी, इसलिए सिंधिया से जुड़े तमाम नेता और दावेदार यह मान बैठे थे कि वे उनके सबसे अधिक खास हैं, उन्हें तो समझ लो टिकट मिल ही गया, लेकिन सिंधिया से मुलाकात के बाद कक्ष से बाहर आए अधिकांश दावेदार चेहरा लटकाए हुए निकले। ऐसे में चर्चा है कि नाम तो फाइनल किए जा चुके हैं। आज की चर्चा सिर्फ दावेदारों के गुस्से को शांत करने के लिए थी, ताकि जिन्हें टिकट न मिले, वह कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ एकजुट न हो जाएं।

जयविलास पैलेस में शुक्रवार को दोपहर 12 से मध्यान्ह 3 बजे तक तीन घण्टे का घटनाक्रम बेहद नाटकीय रहा। दिल्ली से सिंधिया के कार्यालय से किए गए टेलीफोन के आधार पर 24 विधानसभा सीटों के दावेदार महल परिसर में सुबह से ही जमा होना शुरू हो गए। यह दावेदार मन ही मन प्रसन्न थे और यह सोचकर आए थे कि आज उनकी लॉटरी खुल जाएगी। उनका नाम सिंधिया अपने मुंह से घोषित कर देंगे। फिर सिंधिया ने अपने कक्ष में एक-एक व दो-दो विधानसभा के दावेदारों को बुलाना शुरू किया। सबसे पहले श्योपुर के लोगों को बुलाया गया, जिसमें श्योपुर और विजयपुर के दावेदार अंदर गए। तत्पश्चात मुरैना-भिण्ड जिलों के दावेदारों को बुलाया गया। इसके बाद ग्वालियर ग्रामीण और फिर उपनगर ग्वालियर एवं ग्वालियर दक्षिण के दावेदारों को एक साथ अंदर बुला लिया। चुनाव लडऩे के इच्छुक जैसे ही बाहर आते तो मीडिया उन्हें घेर रही थी, लेकिन वह कुछ ज्यादा नहीं बता पा रहे थे। इनमें से अधिकांश के चेहरे लटके हुए थे।

सेंवढ़ा से चार दावेदार

सेंवढ़ा विधानसभा से घनश्याम सिंह, श्रीलाल कुशवाह, राजेश दांतरे एवं दामोदर सिंह भी सिंधिया से मुलाकात करने पहुंचे। यह लोग भी विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। श्रीलाल कुशवाह कांग्रेस से दावेदारी कर रहे हैं।

इस तरह लगी आवाज

सिंधिया के निज सचिव अनिल मिश्रा और मीडिया प्रभारी डॉ. केशव पाण्डे द्वारा हाथों में सूची लेकर नाम पुकारे जा रहे थे। ग्वालियर ग्रामीण से साहब सिंह गुर्जर, भीकम सिंह गुर्जर, रामवरन सिंह गुर्जर, कल्याण सिंह कंसाना, उदयवीर सिंह गुर्जर और मदन कुशवाह को तो ग्वालियर पूर्व से मुन्नालाल गोयल, मितेन्द्र दर्शन सिंह और सुरेन्द्र शर्मा को अंदर बुलाया गया। इस क्षेत्र से सुरेन्द्र परमार चच्चू, कुसुम शर्मा, रूपेश यादव भी टिकट मांग रहे हैं। ग्वालियर दक्षिण से आठ लोग अंदर पहुंचे, जिनमें किशन मुदगल, पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव, प्रवीण पाठक, रश्मि पवार शर्मा, रमेश अग्रवाल, मदन कुशवाह, मोहन सिंह राठौड़, दर्शन कुशवाह, अनूप कुशवाहा शामिल थे। इस क्षेत्र से अलबेल सिंह घुरैया, अशीष प्रताप सिंह, संजय यादव, बाल खांडे, आनंद शर्मा, सुधीर गुप्ता भी टिकट मांग रहे हैं, लेकिन इन्हें नहीं बुलाया गया। ग्वालियर विधानसभा से प्रद्युम्न सिंह तोमर, सुनील शर्मा और अशोक शर्मा को बुलाया गया। यहां अशोक शर्मा व्यंग्यात्मक अंदाज में कह रहे थे कि चर्चा है कि प्रद्युम्न अथवा सुनील का टिकट फाइनल हो गया है तो फिर मुझे यहां क्यों बुलाया गया। इस पर सुनील बोले कि आपको आशीर्वाद देने बुलाया है। वहीं जब यह तीनों बाहर आए तो प्रदुम्न सिंह के चेहरे पर मुस्कान थी।

करैरा से विधायक को बुलाया

करैरा विधानसभा से मौजूदा विधायक शकुंतला खटीक एवं जसवंत जाटव को तलब किया गया। वैसे मौजूदा विधायकों को इस चर्चा में नहीं बुलाया गया था। सिर्फ करैरा विधायक को ही क्यों बुलाया गया? इसको लेकर चर्चा है कि उनका टिकट कट रहा है, इसलिए जसवंत जाटव के साथ उन्हें भी बुला लिया गया। पूछे जाने पर शकुंतला खटीक बोलीं कि मुझे फोन आया था, इसलिए मिलने आई हूं।

बाद में मिले अशोक सिंह

ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह भी महल परिसर में मौजूद थे। उनसे सिंधिया ने बाद में मुलाकात की। अशोक सिंह का कहना था कि वह विधानसभा दावेदार नहीं हैं। उनकी किसी अन्य विषय पर चर्चा हुई है। वहीं मौजूद पूर्व विधायक रामवरन सिंह कह रहे थे कि आप ग्रामीण से आ जाएं तो मैं 90 फीसदी गुर्जरों के वोट दिलवा दूंगा। इस पर अशोक सिंह हंसते रहे।

गोविंद के नेतृत्व में व्यापारियों ने की सिंधिया से मुलाकात

सिंधिया जब दावेदारों से रानीमहल में मुलाकात कर रहे थे, तभी चेंबर के पूर्व अध्यक्ष गोविंददास अग्रवाल कुछ व्यापारी नेताओं को साथ लेकर वहां आ गए। उनका कहना था कि सिंधिया ने उन्हें बुलाया है। लेकिन एक डेढ़ घंटे तक अंदर से उनके लिए आवाज नहीं लगी।बाद में यह लोग अंदर गए तो सिंधिया ने उनसे ग्वालियर चंबल-अंचल की विधानसभाओं में कांग्रेस के लिए काम करने के लिए कहा। जिसपर श्री अग्रवाल ने तुरंत रजामंदी दे दी और सुझाव रखा कि जहां-जहां ज्यादा व्यापारी हैं,वहां हम लोग टीम बनाकर प्रचार करेंगे। साथ ही जीएसटी को हटवाने की मांग रखी। सिंधिया से मिलने वालों में श्रीकृष्णदास गर्ग, हरीबाबू गोयल, दिलीप पंजवानी, ओमप्रकाश गर्ग, मनीष बांदिल, संजीव अग्रवाल कुकू, महेश गर्ग मोहन माहेश्वरी आदि शामिल हैं।

Updated : 20 Oct 2018 2:03 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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