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दो दिन बाद ही हो सकेगी एडीजी मिश्रा के पिता की देह की जांच

दो दिन बाद ही हो सकेगी एडीजी मिश्रा के पिता की देह की जांच
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गुरुवार के बाद राजधानी पहुंचेंगे पुलिस महानिदेशक, बनाएंगे अधिकारियों की कमेटी

विशेष संवाददाता भोपाल

भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजेन्द्र कुमार मिश्रा के पिता की देह जीवित है अथवा नहीं। इस बात की पड़ताल अब दो दिन बाद ही संभव हो सकेगी। मानव अधिकार आयोग ने पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया है कि चिकित्सकों की जांच समिति के साथ श्री मिश्रा से वरिष्ठ रेंक के पुलिस अधिकारियों को भेजा जाए जो चिकित्सकों की गठित टीम को बंगले में प्रवेश दिलाकर श्री मिश्रा के पिता की देह की जांच करा सकें।

मानवाधिकार आयोग मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को करेगा। इससे पूर्व पुलिस महानिदेशक को पालन प्रतिवेदन रिपोर्ट आयोग को सौंपनी है। चूंकि पुलिस महानिदेशक अभी भोपाल शहर से बाहर हैं। बताया जा रहा है कि वह अभी दो दिन और शहर से बाहर हैं। गुरूवार के बाद ही वह भोपाल वापस लौटेंगे। माना जा रहा है कि इसके बाद ही वह आयोग के आदेश के पालन के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की समिति शीघ्र ही गठित करेंगे। चूंकि देह को दो माह हो चुके हैं। इस माह होली का त्यौहार भी है और लोकसभा चुनावों के चलते अधिकारी व्यस्त भी रहेंगे।

इस कारण इस काम को और अधिक लंबित नहीं किया जाएगा तथा मानवाधिकार आयोग के आदेश के परिपालन में जल्द से जल्द अधिकारी नियुक्त कर देह की जांच कराई जाएगी तथा रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने दो माह पूर्व एडीजी श्री मिश्रा के पिता कालूमनी मिश्रा को मृत घोषित कर प्रमाण पत्र जारी कर दिया था। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी चल ही रही थी कि एडीजी श्री मिश्रा सहित उनके अन्य परिजनों ने उन्हें जीवित बताते हुए दाह संस्कार करने से मना कर दिया था। श्री मिश्रा का कहना है कि उनके पिता जिंदा हैं तथा आयुर्वेदिक पद्धति से उनका उपचार चल रहा है।

वह झाड़-फूंक के सहारे भी उन्हें जीवित अवस्था (समाधि) में बताने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने कई बार उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। इस मामले में श्रीमती शशिमणि मिश्रा एवं एडीजी राजेन्द्र कुमार मिश्रा ने जबलपुर उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर की थी। इसके बाद ही मानव अधिकार आयोग ने श्री मिश्रा के पिता की देह की जांच करवाने के निर्देश पुलिस महानिदेशक को दिए।

आसान नहीं होगा बंंगले में प्रवेश और देह की जांच

एडीजी राजेन्द्र कुमार मिश्रा के पिता की देह की जांच करने हेतु गठित चिकित्सकों के दल को श्री मिश्रा के 74 बंगले स्थित डी-7 बंगले में प्रवेश कराना पुलिस अधिकारियों के लिए चुनौती होगी। चूंकि श्री मिश्रा स्वयं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जैसे वरिष्ठ पद पर हैं और विगत दो माह से अपने पिता की देह को जिंदा बताकर बंगले पर रखे हैं। मानव अधिकार आयोग ने श्री मिश्रा की वरिष्ठता को देखते हुए ही पुलिस महानिदेशक को दिए निर्देशों में स्पष्ट किया है कि जांच दल के साथ बंगले में प्रवेश कराने के लिए भेजे जाने वाले पुलिस अधिकारी श्री मिश्रा की रेंक से वरिष्ठ होना चाहिए। हालांकि व्यक्तिगत मामला बताते हुए श्री मिश्रा स्वयं से वरिष्ठ रेंक के अधिकारियों के समक्ष ऐसा करने के लिए विरोध जता सकते हैं।

Updated : 12 March 2019 4:14 PM GMT
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Naveen Savita

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