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अब गलियों में दौड़ेंगी पुलिस की डायल-100 की मोटरसाइकिल

अब गलियों में दौड़ेंगी पुलिस की डायल-100 की मोटरसाइकिल
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प्रशासनिक संवाददाता भोपाल

डायल-100 की टाटा सफारी चार पहिया वाहनों की तर्ज पर बड़े शहरों की संकरी गलियों के लिए डायल-100 मोटर साइकिलें खरीदी जा रही हैं। मोटर साइकिलें शहरों के उन क्षेत्रों में तैनात होंगी, जहां चार पहिया वाहन नहीं जा पाते और लोगों की समस्याओं का मौके पर समाधान नहीं हो पाता। मोटर साइकिलों पर तैनात पुलिस कर्मचारी डायल-100 कारों की तरह सूचना पर मौके पर पहुंचकर लोगों की मदद करेंगे।

दूरसंचार शाखा इसके लिए बजट का इंतजार कर रही है। माना जा रहा है कि अप्रैल माह से यह व्यवस्था लागू हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक पुणे की भारत विकास समूह (बीबीजी) से मोटर साइकिलें उपलब्ध कराने का अनुबंध किया जा रहा है। बीबीजी द्वारा ही प्रदेश पुलिस को एक हजार टाटा सफारी डायल-100 व्यवस्था के लिए उपलब्ध कराई गई हैं। कंपनी के एक हजार वाहन चालक इन वाहनों को उपलब्ध कराए गए हैं। पूरे प्रदेश में चुनिंदा स्थानों पर वाहन तैनात रहते हैं और पुलिस नियंत्रण कक्ष से सूचना मिलने पर वे तत्काल मौके पर पहुंचते हैं। सूत्रों के मुताबिक पुराने भोपाल की संकरी गलियों समेत इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर आदि बड़े शहरों के उन इलाकों में डायल-100 मोटर साइकिलों पर पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे, जहां चार पहिया वाहन नहीं पहुंच पाते हैं। इनकी थानावार तैनाती की कार्ययोजना बनाई गई है। पुलिस की चीता मोबाइल (मोटर साइकिलों) की तरह ही ये मोटर साइकिलें अपने क्षेत्र में सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचेंगी और लोगों की समस्याओं का पुलिस कर्मचारी तत्काल समाधान करेंगे। मोटर साइकिलों पर दो पुलिस कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। पुलिस दूरसंचार शाखा ने यह प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय के माध्यम से वित्त विभाग को भेज दिया है।

14 करोड़ का बजट 400 बाइक

पुलिस दूरसंचार शाखा द्वारा 14 करोड़ रुपए के बजट से 400 मोटर साइकिलें खरीदे जाने की कार्ययोजना बनाई गई है। बजट उपलब्ध होते ही मोटर साइकिलें उक्त कंपनी के माध्यम से खरीदी जाएंगी। इनमें सूचना का आदान-प्रदान करने के तमाम उपकरण लगाए जाएंगे।

फिलहाल 150 बाइक तैनात

प्रदेश में डायल-100 टाटा सफारी पर काम का ज्यादा लोड था, ऐसे क्षेत्रों में उनकी मदद के लिए 150 मोटर साइकिलें तैनात की गई हैं। इन मोटर साइकिलों पर भी एक प्रधान आरक्षक और एक आरक्षक की ड्यूटी लगाई गई है। चौबीस घंटे संबंधित क्षेत्रों में मोटर साइकिलें तैनात रहती हैं और डायल-100 से सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पहुंचती हैं।

Updated : 21 Feb 2019 3:02 PM GMT
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Naveen Savita

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