डीआईजी धर्मेंद्र चौधरी ने साथी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के इस दिन को खास बनाने के लिए एक नया प्रयास शुरू किया है।
भोपाल.
जब सभी घर में खुशियां मनाते हैं। पुलिसकर्मी मैदान पर रहकर ड्यूटी करते हैं। जन्मदिन से लेकर बड़े से बड़े त्योहार के दिन भी वे घर पर नहीं होते। ऐसे में काम की अधिकता और मानसिक तनाव पुलिसकर्मी के काम को प्रभावित करता है। इस बार डीआईजी धर्मेंद्र चौधरी ने साथी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के इस दिन को खास बनाने के लिए एक नया प्रयास शुरू किया है। वायरलेस सेट पर उस दिन उस पुलिसकर्मी और अधिकारी के जन्मदिन को अनाउंस किया जाएगा। इससे साथी पुलिसकर्मी उन्हें बधाई दे सकें। इसमें डीआईजी की तरफ से पुलिसकर्मी को फूल उपहार में भेंट किया जाएगा।
पहले भी दो-तीन बार हो चुके प्रयास, लेकिन नहीं हुए सफल
एक पुलिसकर्मी को औसतन 16 से 18 घंटे तक ड्यूटी करनी पड़ती है, जबकि इंस्पेक्टर से अधिक रैंक के अधिकारियों को तो 24 घंटे ड्यूटी पर रहना पड़ता है। ऐसे में पुलिसकर्मी मानसिक तनाव के कारण कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। पुलिसकर्मियों को चुस्त-दुरुस्त और मानसिक तनाव से दूर रखने के लिए उन्हें महीने में कम से कम एक दिन अनिवार्य अवकाश की शुरुआत पूर्व गृहमंत्री उमाशंकर के समय की गई थी, लेकिन एक महीने बाद ही इसे बंद कर दिया गया। इसके बाद दो से तीन बार इस तरह के प्रयास किए जा चुके हैं, लेकिन यह मुमकिन नहीं हो सका।
तीन दिन का अवकाश मांगा, मिला एक दिन का
आईपीएस अधिकारी और संचालक जनसंपर्क आशुतोष प्रताप सिंह ने बताया कि कर्नाटक चुनाव की कठिन ड्यूटी के बाद भोपाल पहुंची टीम को तीन दिन के अवकाश की अनुमति मांगी थी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया। उन्हें सिर्फ एक दिन का ही अवकाश मिला। अधिकांश पुलिसकर्मियों का घर भोपाल के बाहर होने के कारण उनके लिए इसका खास मतलब नहीं रहा। उस बल किसान आंदोलन और अन्य ड्यूटी में लगा दिया गया।
रजिस्टर में दर्ज होगा बर्थडे
भोपाल डीआईजी धर्मेंद्र चौधरी के मुताबिक, ऐसा नहीं है कि पुलिसकर्मियों को अवकाश नहीं मिलते, लेकिन जैसे- जन्मदिन, शादी की सालगिरह और त्यौहारों जैसे अहम मौकों पर उन्हें अवकाश नहीं मिल पाता और वे परिवार के साथ वक्त नहीं बिता पाते हैं। इसलिए उनके इस दिन को खास बनाने के लिए ड्यूटी पर उनका जन्मदिन मनाने का फैसला किया गया है। सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के जन्मदिन का रजिस्टर बनाया जा रहा है। उन्हें उस दिन उपहार स्वरूप गुलाब का फूल दिया जाएगा।