Home > राज्य > मध्यप्रदेश > भोपाल > मप्र में सबसे अधिक होता है दवाओं का अन्तर्राष्ट्रीय निर्यात

मप्र में सबसे अधिक होता है दवाओं का अन्तर्राष्ट्रीय निर्यात

भारतीय आयात-निर्यात बैंक (एक्जिम) की रिपोर्ट में खुलासा

मप्र में सबसे अधिक होता है दवाओं का अन्तर्राष्ट्रीय निर्यात
X

विशेष संवाददाता/भोपालभारतीय आयात-निर्यात बैंक (एक्जिम) ने मध्यप्रदेश की निर्यात संवर्धन रिपोर्ट प्रस्तुत कर बताया है कि मध्यप्रदेश का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार 2016-17 में 2.4 बिलियन डालर रहा है। यह देश में अन्य राज्यों की तुलना में 15वें स्थान पर है। प्रदेश का निर्यात देश के कुल अंतर्राष्ट्रीय निर्यात का 1.6 प्रतिशत है।प्रदेश से निर्यात में दवाओं का प्रतिशत सर्वाधिक है।

एक्जिम बैंक की स्टडी रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश 2021-22 तक 10 बिलियन डॉलर का लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। इसके लिये कई चरणों में नीतिगत निर्णयों के साथ महत्वपूर्ण कदम भी उठाने होंगे। रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्यप्रदेश से निर्यात में दवाओं का प्रतिशत सर्वाधिक है। अन्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने के लिये अनेक क्षेत्रों में प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। विशेषकर पर्यटन, भण्डारण, यातायात के बेहतर संसाधन उपलब्ध करवाने और पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय से क्षेत्रीय उत्पादों की मार्केटिंग से अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाने में मददगार हो सकती हैं। प्रदेश के नये उत्पादों को जी.आई टैग मिलने से अंतर्राष्ट्रीय निर्यात 2022 तक 10 बिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी। अभी मध्यप्रदेश की केवल 7 वस्तुओं/ उत्पादों को ही जी.आई. टैग मिले हैं। इनमें चन्देरी का कपड़ा, इंदौर के चमड़े के खिलौने, बाघ प्रिन्ट, दतिया और टीकमगढ़ के धातु शिल्प, महेश्वरी साड़ी, रतलामी सेव और कडकऩाथ मुर्गे को ही वर्ल्ड ट्रेड आर्गेनाइजेशन से संबंधित जियोग्राफिकल इंडिकेशन ऑफ गुड्स (रजिस्ट्रेशन एंड प्रोटेक्शन) एक्ट 1999 के अन्तर्गत जी.आई टैग दिये गये हैं।

स्टडी रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश नये उत्पादों को अलग-अलग क्षेत्रों में चिन्हित कर जी.आई. टैग के लिये आवेदन कर सकता है। जैसे चन्देरी साड़ी (चन्देरी), मावा जलेबी (बुरहानपुर), पोहा (इन्दौर), जाली वर्क (ग्वालियर) आदि जैसी वस्तुओं के लिये जी.आई टैग के साथ क्षेत्रीय उत्पादों के लिये नीति बनाता है, तो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान बनेगी और अन्तर्राष्ट्रीय बाजार की मांग को पूरा किया जा सकेगा, वर्तमान में देश में सर्वाधिक कर्नाटक के 30 और आन्ध्रप्रदेश के 14 उत्पाद को जी.आई टैग मिला हुआ है।

Updated : 21 July 2018 10:47 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top