Unacademy ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म पर चलाया जा रहा है धार्मिक एजेंडा, हिन्दुओं को बताया पत्थरबाज

Unacademy ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म पर चलाया जा रहा है धार्मिक एजेंडा, हिन्दुओं को बताया पत्थरबाज
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नईदिल्ली/ वेबडेस्क। भारत में कुछ संस्थाएं, नेता, कथित सामाजिक संगठन आदि सभी लोग नैरेटिव सेट करके हिन्दूफोबिया के नाम पर सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की रणनीति पर काम करते है। युवाओं का ब्रेनवाश कर लोगों को गुमराह करने का प्रयास लंबे समय से चल रहा है। इन संस्थाओं की सूची में अब ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म "Unacademy" का नाम भी जुड़ गया है। ये अकादमी UPSC, SSC, Bank जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां कराती है। जिसके लिए कई मॉक टेस्ट सीरीज चलाती है। ऐसे ही एक ऑनलाइन टेस्ट में अनकेडमी द्वारा एक प्रश्न पत्र में हिन्दुओं को पत्थरबाज बताकर तनाव का माहौल पैदा करने वाले विवादित सवाल को मॉक टेस्ट के दौरान छात्रों से पूछा।


ये है सवाल -

"X नाम के एक शहर में मुस्लिम लोगों का एक समूह अपनी रैली निकाल रहा था। वे अपने नारे लगा रहे थे और अपना त्यौहार मना रहे थे। जब वे एक हिन्दू बहुल कॉलोनी की गलियों से गुजर रहे थे, तो क्षेत्र के हिन्दुओं ने उन पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दी और दावा किया कि उन्होंने हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई है। क्या ये दावा सही है?" इसका जवाब चुनने के लिए 3 विकल्प दिए गए। वो तीनों विकल्प हैं –

  • हाँ, उन्होंने शब्दों के द्वारा, यानी नारे लगा कर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई।
  • हाँ, उन्होंने प्रदर्शन के द्वारा, यानी उस इलाके में रैली निकाल कर हिन्दुओं को धार्मिक भावनाओं को आहत किया।
  • नहीं, उनका इरादा किसी भी वर्ग के नागरिकों यानी हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का नहीं था।

उपरोक्त सवाल की बात करें तो कई प्रश्न खड़े हो जाते है की आखिर ये संस्था छात्रों को शिक्षा के नाम पर क्या पढ़ा रही है। देश के हिन्दुओं को बदनाम करके सौहार्द्र पूर्ण माहौल को आखिर क्यों बिगाड़ने का प्रयास कर रही है? एक समाज द्वारा धार्मिक भावना के नाम पर दूसरे समाज के लोगों के साथ अत्याचार को दर्शाने वाला ये सवाल सिर्फ छात्रों का ब्रेन वाश कर अपनी सोच को थोपे जाने की साजिश नजर आती है। देश में ऐसे कई संस्था है जो एक नेरेटिव (विशेषकर हिन्दू विरोधी) का प्रसार कर रहें है। समाज में ये संस्था इस प्रश्न के माध्यम से मुस्लिम वर्ग को पीड़ित दिखाकर हिन्दुओं को पत्थरबाज बताकर बच्चों/युवाओं के मन में हिन्दुओं के प्रति घृणा भरने का काम कर रही है। हालांकि संस्थान ने अपने बचाव करते हुए कहा की यह प्रश्न-पत्र थर्ड पार्टी संस्था ने बनाया है।

एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था द्वारा पूछा गया ये प्रश्न कई सवालों को खड़ा करता है , जैसे की -

- यदि किसी थर्ड पार्टी संस्था ने प्रश्न पत्र को तैयार किया था और उसने किसी साजिश के तहत इस प्रश्न को जोड़ा तो एकेडमी द्वारा उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? इंटरनल स्क्रीनिंग क्यों नही हुई ?

- वहीँ दूसरा सवाल ये की क्या ये प्रश्न "Unacademy" संस्था से किस अधिकारी और कर्मचारी ने इस प्रश्न को शामिल करने की मंजूरी दी थी ? बाद में उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई ?

- तीसरा और अहम सवाल अगर आप परीक्षा से पहले थर्ड पार्टी द्वारा बनाये प्रश्न पत्रों की समीक्षा नहीं कर रहे हैं, तो इसका मतलब है की क्या आप छात्रों का ब्रेनवॉश कर रहे हैं ?





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