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राफेल डील : कौन है वाड्रा का कारोबारी दोस्त संजय भंडारी !

राबर्ट वाड्रा को दलाली न मिलने पर मनमोहन सरकार में नहीं हुआ राफेल सौदा

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राफेल युद्धक विमान सौदा मामले में कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि मनमोहन सरकार के समय केवल गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को दलाली न मिलने के कारण राफेल सौदा पूरा नहीं हो सका।

भाजपा मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राफेल खरीद में कांग्रेस पार्टी को कमीशन खाने को नहीं मिला, इसीलिए वह छटपटा रही है । उन्होंने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा के मित्र संजय भंडारी की कंपनी ‘ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशन’ जो कांग्रेस की सरकार के समय रक्षा सौदों में दलाली कर के देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का काम करती थी, उसको 2014 में मोदी सरकार द्वारा रेड फ्लैग किया गया।

पात्रा ने कहा कि राफेल खरीद से सम्बंधित गोपनीय दस्तावेज जो सिर्फ रखा मंत्रालय में होने चाहिए थे, वह रॉबर्ट वाड्रा के अभिन्न मित्र संजय भंडारी के घर से निकले हैं, ये कागज़ वहां तक कैसे पहुंचे? इसके साथ ही हथियारों के दलाल संजय भंडारी द्वारा रॉबर्ट वाड्रा के लिए लंदन में 19 करोड़ रुपये का फ्लैट ख़रीदा गया । भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राफेल सौदे में सिर्फ और सिर्फ रॉबर्ट वाड्रा को दलाली नहीं मिलने के कारण कांग्रेस ने इस सौदे को पूरा नहीं होने दिया ।

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व गत सोमवार को भी केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि गांधी परिवार के दामाद राबर्ट वाड्रा के मित्र और रक्षा सौदों के दलाल संजय भंडारी को यह सौदा नहीं मिल सका, इसलिए वह बौखलाई हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस निजी स्वार्थ के लिए देश के सामरिक हितों से समझौता कर रही है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साजिश कर देश की सेना का मनोबल तोड़ रही है।

Updated : 27 Sep 2018 4:57 PM GMT

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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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