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प्रधानमंत्री मोदी बोले - प्रकृति हमारे लिए आराध्य, हमारा आभूषण

- सरदार सरोवर बांध से 4 राज्यों को होगा फायदा, नर्मदा का पानी पारस के समान - गरुडेश्वर मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ पूजा करके नर्मदा के निर्वाण की शुभकामनाएं दीं

प्रधानमंत्री मोदी बोले - प्रकृति हमारे लिए आराध्य, हमारा आभूषण
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अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि नर्मदा महोत्सव की सभी को बधाई देते हुए कहा कि आज के दिन मां नर्मदा के दर्शन का अवसर मिलना, पूजा-अर्चना का अवसर मिलना, मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है। हमारी संस्कृति में हमेशा माना गया है कि पर्यावरण की रक्षा करते हुए भी विकास हो सकता है। प्रकृति हमारे लिए आराध्य है, प्रकृति हमारा आभूषण है। पर्यावरण को संरक्षित करते हुए कैसे विकास किया जा सकता है, इसका जीवंत उदाहरण अब केवड़िया में देखने को मिल रहा है।

प्रधानमंत्री ने आज सुबह विविध प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण करके नर्मदा नदी के नीर का अभिनन्दन करके आरती की। इसके बाद केवड़िया के गरुडेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना करके सभा को संबोधन किया। नर्मदा बांध को इस मौके पर रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया में नर्मदा महोत्सव में शामिल होकर पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए पौधरोपण कार्यक्रमों में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने मंत्रोच्चार के साथ पूजा करके नर्मदा के निर्वाण की शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि एक तरफ सरदार सरोवर बांध है, बिजली उत्पादन के यंत्र हैं तो दूसरी तरफ एकता नर्सरी, बटर-फ्लाई गार्डन जैसी इको-टूरिज्म से जुड़ी बहुत ही सुंदर व्यवस्थाएं हैं। इन सबके बीच सरदार पटेल जी की भव्य प्रतिमा जैसे हमें आशीर्वाद देती नजर आती है। मैं समझता हूं कि केवड़िया में विकास, प्रकृति और पर्यटन की एक ऐसी त्रिवेणी बह रही है, जो सभी के लिए प्रेरणा है। आज ही निर्माण और सृजन के देवता विश्वकर्मा जी की जयंती भी है। नए भारत के निर्माण के जिस संकल्प को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, उसमें भगवान विश्वकर्मा जैसी सृजनशीलता और बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने की इच्छाशक्ति बहुत आवश्यक है। आज जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो सरदार सरोवर बांध और सरदार साहब की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, दोनों ही उस इच्छाशक्ति, उस संकल्पशक्ति के प्रतीक हैं।

प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि उनकी प्रेरणा से हम नए भारत से जुड़े हर संकल्प को सिद्ध करेंगे। आज का ये अवसर बहुत भावनात्मक भी है। सरदार पटेल ने जो सपना देखा था, वो दशकों बाद पूरा हो रहा है और वो भी सरदार साहेब की भव्य प्रतिमा की आंखों के सामने। हमने पहली बार सरदार सरोवर बांध को पूरा भरा हुआ देखा है। एक समय था जब 122 मीटर के लक्ष्य तक पहुंचना ही बड़ी बात थी लेकिन आज 5 वर्ष के भीतर-भीतर 138 मीटर तक सरदार सरोवर का भर जाना अद्भुत है, अविस्मरणीय है। आज का दिन उन लाखों साथियों का आभार व्यक्त करने का है, जिन्होंने इस डैम के लिए अपना योगदान दिया है। ऐसे हर साथी को मैं नमन करता हूं। केवड़िया में आज जितना उत्साह है, उतना ही जोश पूरे गुजरात में है। आज तालों, तालाबों, झीलों, नदियों की साफ-सफाई का काम किया जा रहा है। आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर पौधरोपण का भी कार्यक्रम है। गुजरात में हो रहे सफल प्रयोगों को हमें पूरे देश में आगे बढ़ाना है। गुजरात के गांव-गांव में जो इस प्रकार के अभियान से दशकों से जुड़े हैं, ऐसे साथियों से मैं आग्रह करुंगा कि वो पूरे देश में अपने अनुभवों को साझा करें। इस मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिनभाई पटेल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए और नीर का अभिवादन किया।

नमामि नर्मदा महोत्सव के लिए बदला मां से मिलने का कार्यक्रम

गुजरात पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार सुबह गांधीनगर में अपनी मां हीरा बेन से जन्मदिन पर आशीर्वाद लेने जाना था लेकिन ऐन मौके पर कार्यक्रम की व्यस्तता के कारण उन्हें अपना प्लान बदलना पड़ा। अब पीएम मोदी दोपहर 2 के बाद गांधीनगर में अपनी मां से मिलेंगे। 2014 से पहले जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो वे अपने हर जन्मदिन के मौके पर सबसे पहले अपनी मां से मुलाकात करते थे। दरअसल आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक मीटिंग शेड्यूल से लंबी खिंच गई, इस वजह से पीएम मोदी को सुबह-सुबह मां से मुलाकात का प्लान टालना पड़ा। आम तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपनी मां से मुलाकात का कार्यक्रम बेहद निजी और मीडिया की चमक-दमक से दूर होता है जिसमें सिर्फ पारिवारिक सदस्य शामिल होते हैं। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए गांधीनगर में उनके घर के सामने सैकड़ों कार्यकर्ता जमा हुए थे लेकिन जब उन्हें कार्यक्रम बाद जाने की सूचना मिली तो वे निराश होकर चले गए। गांधीनगर में उनके घर के सामने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे लेकिन इस बीच वहां अचानक दो गायें पहुंच गईं जिन्हें हटाने के लिए आखिरकार सुरक्षाकर्मियों को वहां से बैरिकेड ही हटाना पड़ा तब जाकर गायें बाहर निकल पाईं।

प्रधानमंत्री मोदी सोमवार की रात 10:30 बजे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा, भाजपा के अध्यक्ष जीतू वाघाणी, अहमदाबाद के मेयर बिजल पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया।पीएम मोदी ने गांधीनगर के राजभवन में रात्रि विश्राम किया। प्रधानमंत्री सुबह 7 बजे सचिवालय के पास वाले हेलीपैड से केवड़िया जाने के लिए रवाना हो गए।

Updated : 18 Sep 2019 11:41 AM GMT
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स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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