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प्रधानमंत्री मोदी बोले - महागठबंधन की नीति अस्पष्ट और नीयत भ्रष्ट

प्रधानमंत्री मोदी ने दिया ‘अजेय भारत-अटल भाजपा’ का नारा कार्यकर्ताओं से वाजपेयी के दिखाए मार्ग पर चलने की अपील

प्रधानमंत्री मोदी बोले - महागठबंधन की नीति अस्पष्ट और नीयत भ्रष्ट
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नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ हो रही विपक्षी लामबंदी पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग एक दूसरे को देखने को राजी नहीं थे, आज गले लगने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में नेतृत्व का पता नहीं, नीति अस्पष्ट है और नीयत भ्रष्ट है। उन्होंने विपक्ष पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी आदत बन गई है झूठ बोलने की।

उन्होंने कांग्रेस पर भी जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि 2019 के आम चुनाव में भाजपा के सामने किसी तरह की चुनौती नहीं है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस के नेतृत्व को छोटे से छोटा दल भी स्वीकार करने को तैयार नहीं है। कई दल तो ऐसे हैं, जो कांग्रेस नेतृत्व को ही बोझ मानते हैं। उन्होंने कहा ऐसी ही स्थिति कांग्रेस के अंदर भी है और कई नेता नेतृत्व को स्वीकार नहीं कर पा रहे।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर हमले को धार देते हुए कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का होना जरूरी है। विपक्ष को सरकार से सवाल पूछना चाहिए किंतु दुख इस बात का है कि जो सत्ता में विफल रहे वह विपक्ष में भी असफल साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तक विपक्ष ने कोई सही बात नहीं उठाई और न ही कोई उचित सवाल पूछा।

मोदी ने कहा कि अगर सरकार के कामकाज की बात आएगी तो कांग्रेस के 48 साल और भाजपा के 48 माह पर चर्चा होगी । यह भी पूछा जाएगा कि उन्होंने 48 साल में क्या किया, क्यों और किसके लिए किया।

उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुद्दे और काम पर नहीं लड़ते और न सामने आते हैं। वह रोज एक नया झूठ गढ़ते हैं, झूठ बोलते हैं और यह उनकी आदत बन गई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था और उसके नाम पर कोयला खदानों, बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया किंतु इससे गरीबों का कल्याण नहीं हुआ। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वह तथ्यों के आधार पर विपक्ष के झूठ का पर्दाफाश करें।

मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम सत्ता को कुर्सी के रूप में नहीं देखते बल्कि सत्ता को जनता के बीच में काम करने का उपकरण समझते हैं और मानवीयता के साथ विकास चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम देश का वैभव चाहते हैं लेकिन यह सादगी के धरातल पर संभव हो, इस दिशा में बढ़ते हैं।

उन्होंने कार्यकर्ताओं को नसीहत दी कि वह बेवजह मीडिया में बयानबाजी से बचें। उन्होंने कहा कि प्रचार के लिए कुछ भी नहीं बोलना चाहिए और सिर्फ प्रवक्ताओं को ही मीडिया से बात करनी चाहिए। उन्होंने अपने भाषण में केंद्र सरकार की तमाम उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि कल तक आपस में लड़ने वाले विपक्ष की एकजुटता भी हमारी उपलब्धि है। उन्होंने 'अजेय भारत-अटल भाजपा' का नारा भी दिया।

इससे पहले कार्यकारिणी में राजनैतिक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें 'आओ मिलकर कमल खिलाएं' का संकल्प लेते हुए भाजपा ने वर्ष 2019 के आम चुनाव में जीत के लिए कार्यकर्ताओं से अभी से चुनावी तैयारियों में जुट जाने का आह्वान किया।


Updated : 9 Sep 2018 8:18 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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