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विश्व की सबसे ऊंची सरदार पटेल की प्रतिमा का पीएम किया लोकार्पण

विश्व की सबसे ऊंची सरदार पटेल की प्रतिमा का पीएम किया लोकार्पण
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केवड‍िया/गांधीनगर। सरदार पटेल... अमर रहें-अमर रहें, देश की एकता... अमर रहे- अमर रहे का उद्घोष करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मां नर्मदा के तट पर आप सभी का स्वागत है। आज पूरा देश सरदार पटेल की जयंती मना रहा है। इस अवसर पर देशभर में 'रन फॉर यूनिटी' दौड़ का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को एकता के सूत्र में पिरोने वाले देश के पहले गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर बुधवार को 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' का अनावरण करने के बाद अपने सम्बोधन में यह बात कही।

पीएम मोदी ने कहा कि जब मुझे इस प्रतिमा के निर्माण का ख्याल आया तब मैं गुजरात का सीएम था। आज मुझे पीएम के तौर पर इस प्रतिमा का लोकार्पण करने का मौका मिला जो मेरा सौभाग्य है।

पीएम मोदी ने कहा कि प्रत‍िमा के आस-पास टूरि‍स्‍ट स्‍पॉट व‍िकस‍ित होगा। इस अवसर पर बिना नाम लिए विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि अगर सरदार न होते तो सोमनाथ व चारमीनार के ल‍िए वीजा लेना होता। भारत आर्थिक और सामर‍िक ताकत बन रहा है।

इस प्रतिमा की ऊंचाई 182 मीटर है। इससे पहले पीएम मोदी ने टेंट सिटी और फूलों के बाग का लोकार्पण किया जो पर्यटन के लिहाज से बनाया गया है। टेंट सिटी का निर्माण बाहर से आए पर्यटकों के रुकने के लिए बनाया गया है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का कुल वजन 1700 टन है और ऊंचाई 522 फिट यानी 182 मीटर है। खास बात है कि गुजरात विधानसभा में भी 182 सीटें हैं। मोदी ने कहा कि

गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर जब मैंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का भूमि पूजन किया था तब मुझे नहीं मालूम था कि प्रधानमंत्री के तौर पर इसके लोकार्पण का मौका भी मुझे ही प्राप्त होगा। पीएम ने कहा कि अभिनन्दन पत्र के लिए मैं गुजरात की जनता का आभारी हूं।

मंच पर प्रधानमंत्री के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन भाई पटेल भी उपस्थित रहे। गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली और कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला भी उपस्थित रहे।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में 153 मीटर की ऊंचाई तक गैलरी तैयार की गयी है। जहां से 200 प्रवासी एक साथ नर्मदा डेम का नज़ारा देख पायेंगे। गैलरी तक पहुंचने के लिए चार हाई स्पीड लिफ्ट लगाई गयी है जिससे मात्र 30 सेकेंड में सरदार पटेल के हार्ट तक पहुंच सकते हैं। वहां पर कल से टूरिस्ट का आना शुरू हो जायेगा। टूरिस्ट के रुकने के लिए 250 टेंट की टेंट सिटी भी तैयार की गई है। प्रतिमा 220 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं को भी झेलने की ताकत रखती है। इसे इस तकनीक से बनाया गया है कि 6.5 की तीव्रता के भूकंप का भी इस पर कोई असर नहीं होगा।

इस प्रतिमा को बनाने में 25 हजार मैट्रिक टन स्टील और 90 हजार मीट्रिक टन सीमेंट का उपयोग किया गया। सरदार सरोवर डेम के सामने वाले भाग में इस स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाया गया है। पास में सरदार पटेल की जीवनी को प्रदर्शित करने वाले म्यूजियम को बनाया गया है। यहां आने वाले लोगों के लिए ख़ास फ़ूड कोर्ट भी बनाया गया है। स्टैच्यू को देखने आये लोगों को बोट राइडिंग की सुविधा भी प्राप्त होगी।

उल्लेखनीय है कि इस स्मारक की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए 31 अक्टूबर, 2013 को पटेल की 138वीं वर्षगांठ के मौके पर रखी थी। इसके लिए बीजेपी ने पूरे देश में लोहा इकट्ठा करने का अभियान भी चलाया था। यह स्थान केवड़िया में नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध से 3.32 किलोमीटर दूर है।

Updated : 2 Nov 2018 1:27 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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