केरल चर्च : पादरी ने नन का किया बलात्कार, इतिहास में पहली बार ननों का सड़क पर प्रदर्शन
गिरफ्तारी की मांग को लेकर किया प्रदर्शन, द पायनियर के विशेष प्रतिनिधि जे. गोपिकृष्णन ने ट्वीट करके इस मामले की कवरेज को लेकर क्रिस्चियन मालिक अखबारों पर किया कटाक्ष
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केरल / स्वदेश वेब डेस्क I केरल में एक नन ने कैथोलिक चर्च के पादरी के खिलाफ पिछले दिनों बलात्कार का केस दर्ज करवाया है। पीड़ित नन का आरोप है कि पादरी फ्रैंको मुलक्कल ने 13 बार उसका बलात्कार किया। पीड़ित नन पंजाब जालंधर स्थित डायोसीस कैथलिक चर्च के सहयोग से चलने वाले एक संस्थान में काम करती थी और आरोपी अभी चर्च में कार्यरत है।
साइरो - मालाबार कैथोलिक चर्च से पादरी फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ शिकायत की गई थी इसके बाबजूद चर्च ने इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की। इसके बाद नन को पुलिस की मदद लेनी पड़ी। केरल के कोट्टायम जिला में पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में नन ने पादरी पर बलात्कार का संगीन आरोप लगाया कि रोमन कैथोलिक चर्च के पादरी फ्रैंको मुलक्कल ने 2014 में जिले के कुरावलंगड़ क्षेत्र में एक अनाथालय के नजदीक एक गेस्ट हाउस में पहली बार उसका बलात्कार किया और पास के एक कस्बे में ले जाकर कई बार उसका बलात्कार किया गया।
कार्यवाही होते हुए न देख कोच्चि में आईजी कार्यालय के पास शनिवार को विरोध प्रदर्शन करने के दौरान उन्होंने आरोपी पादरी को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की । इतिहास में पहली बार जॉइंट क्रिश्चियन काउंसिल द्वारा बुलाए गए विरोध प्रदर्शन में बहुत सारी ननों ने हिस्सा लिया। पादरी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए हाथ में पोस्टर लिए सभी नन ने हाई कोर्ट, बस स्टैंड पर भी प्रदर्शन किया। पादरी को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर सड़क पर उतरीं ननों ने पुलिस और चर्च प्रबंधन पर मामले को छिपाने और चुप रहने का आरोप भी लगाया है।
द पायनियर के विशेष प्रतिनिधि जे. गोपिकृष्णन ने ट्विटर पर ट्वीट करके इस मामले की कवरेज को लेकर क्रिस्चियन मालिक अखबारों पर कटाक्ष किया है। इन्होने कहा है कि - " पादरी से पीड़ित नन और उनके समूह द्वारा हाईकोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन को केरल के बहुत अखबारों ने फ्रंट पेज पर छापा लेकिन क्रिस्चियन मालिक अखबारों ने कोई महत्व नहीं दिया, मीडिया में धर्म के नियंत्रण का अनूठा मामला"
Seeing all newspapers from Kerala - Many newspapers published Nuns' protest in front of High Court demanding arrest of Bishop in front page. But - Christians owned papers hushed up the news to inside page - except Mangalam newspaper. Classic case of control of religion in media
— J Gopikrishnan (@jgopikrishnan70) September 9, 2018
Naveen Savita
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