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कारगिल युद्ध विजय दिवस : सेना प्रमुख जनरल ने भविष्य के टकराव को लेकर की चिंता जाहिर

कारगिल युद्ध विजय दिवस : सेना प्रमुख जनरल ने भविष्य के टकराव को लेकर की चिंता जाहिर
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नई दिल्ली। कारगिल युद्ध विजय दिवस की 20 बरसी के मौके पर सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने भविष्य को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि भविष्य के टकराव ज्यादा घातक और कल्पना से परे होंगे। इसमें तकनीक और साइबर डोमेन की बड़ी भूमिका होगी। जनरल विपिन रावत आज दिल्ली में कारगिल विजय की बरसी पर आयोजित एक सेमिनार पर बोल रहे थे।

सेना को हर तरह के युद्ध (मल्टी स्पेक्ट्रम वार) के लिए तैयार रहना चाहिए। नॉन स्टेट एक्टर्स और टेक्नोलॉजी के बढ़ते दबाव ने युद्ध के हाताल बदल दिए हैं। साइबर दुनिया और अंतरिक्ष का उपयोग आज युद्ध में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। यह युद्ध से अभिन्न रूप से जुड़ चुका है।

सेना प्रमुख ने शनिवार को कहा कि लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में चीन ने कोई घुसपैठ नहीं की है। रावत ने एक समारोह के इतर कहा, ''कोई घुसपैठ नहीं हुई है। जनरल रावत का यह बयान इन रिपोर्टों के बीच आया है कि चीनी जवानों ने छह जुलाई को दलाई लामा के जन्मदिवस के मौके पर कुछ तिब्बतियों द्वारा तिब्बती झंडे फहराए जाने के बाद पिछले सप्ताह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार की।

सैन्य प्रमुख ने कहा, ''चीनी अपनी मानी जाने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आते हैं और गश्त करते हैं... हम उन्हें रोकते हैं। कई बार स्थानीय स्तर पर जश्न समारोह होते हैं। डेमचोक सेक्टर में हमारी ओर तिब्बती जश्न मना रहे थे। इसके आधार पर, कुछ चीनी यह देखने आए कि क्या हो रहा है, लेकिन कोई घुसपैठ नहीं हुई। सब सामान्य है। भारत और चीन के बीच एक विवादित सीमा रेखा है और दोनों देशों की सेनाओं के बीच डोकलाम में 2017 में 73 दिनों तक गतिरोध की स्थिति बनी रही थी।

Updated : 13 July 2019 7:00 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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