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क्या भाजपा का 48 सीटें जीतने का दावा सच हो सकता है ? फैसला आज

किसके सिर पर होगा दिल्ली का ताज, फैसला आज

क्या भाजपा का 48 सीटें जीतने का दावा सच हो सकता है ? फैसला आज
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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के चुनावी नजीजों को लेकर अलग-अलग तरह की कयासबाजी है। एक्जिट पोल में आप पार्टी को काफी बढ़त दिखाए जाने के बावजूद भाजपा अपने बहुमत के दावे से समझौता करने को तैयार नहीं। कांग्रेस मतगणना से पहले कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। जिनकी जमानतें जब्त होनी है वे भी जीत के दावे कर रहे हैं। मंगलवार को सुबह से ही मतगणना के रूझान आने लगेंगे और दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाएगी कि दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज होगा? चुनाव एक संवैधानिक प्रक्रिया है, जो चरणबद्ध तरीके से चलती है, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से चुनाव आयोग पर है। लेकिन जिस तरह से बार-बार चुनाव आयोग को निशाना बनाया जाता है, उसकी पारदर्शिता पर सवाल लगाए जाते हैं, यह सब लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए चिंतनीय है।

सोशल मीडिया पर जिस तरह से अफवाहें फैलाई जाती हैं लोग सही बातों पर कम अफवाहों पर ज्यादा ध्यान देते हैं। दिल्ली में रविवार को हुए मतदान के बाद दो दिनों तक मतदान प्रतिशत के आंकड़ों को लेकर कुछ इसी तरह की अफवाहें सोशल मीडिया पर चलती रहीं। दरअसल, मतदान रूकने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि ये सारे एक्जिट पोल गलत साबित होंगे। तिवारी ने भाजपा को 48 सीटें मिलने और सरकार बनाने की बात विपक्षी दलों के गले नहीं उतर रही। आप पार्टी के नेताओं ने इस बयान को तिल का ताड़ बनाना शुरू कर दिया।

दिल्ली में पिछले चुनाव की तुलना में इस बार मतदान कुछ कम रहा। जो 67.12 की तुलना में 62.59 प्रतिशत ही रहा। इस बार बल्लीमारान विधानसभा में सर्वाधिक 72 प्रतिशत जबकि सबसे कम दिल्ली केंट में 45 प्रतिशत मतदान हुआ। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार पुरूषों व महिलाओं ने 65 प्रतिशत मतदान किया।

पिछले कई राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा के पास चेहरे थे, लेकिन दिल्ली में केजरीवाल के कद का नेता न होना भाजपा के पास बड़ी चुनौती रही। मोदी केजरीवाल के सामने नहीं है, लोगों को पता है कि मनोज तिवारी और विजय गोयल का केजरीवाल जैसा करिश्मा नहीं है, इसे स्वीकार करना होगा। 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए दिल्लीवासियों ने भाजपा को छप्पर फाड़ मतदान कर मोदी के हाथ मजबूत किए थे लेकिन मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए ऐसा नही है।

Updated : 11 Feb 2020 1:53 PM GMT
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