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एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने दिया ममता सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम

एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने दिया ममता सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम
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नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के नील रत्न सरकार मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टरों से मारपीट के मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। क्योंकि पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक के डॉक्टर हडताल पर उतर आए हैं। उनकी मांग है कि डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करें। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक आदि प्रदेशों के डॉक्टर भी हडताल करेंगे। दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने पश्चिम बंगाल सरकार को हड़ताली डॉक्टरों की मांगें पूरी करने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने मांगें पूरी नहीं कीं तो एम्स में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने पर मजबूर होंगे।

दिल्ली के 14 बड़े अस्पतालों सहित 18 अस्पतालों ने शनिवार को हड़ताल पर रहने का आह्वान किया है। इस हड़ताल में 10 हजार से ज्यादा डॉक्टर शामिल होंगे। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले इन सभी अस्पतालों के डॉक्टरों ने हड़ताल की पूर्व लिखित सूचना अपने मेडिकल सुपरिटेंडेंट को दी है। इन डॉक्टरों के हड़ताल में जाने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। डॉक्टरों की हड़ताल से हिंदुस्तान के कई हिस्सों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है।

दिल्ली के जिन अस्पतालों के डॉक्टर आज हडताल पर रहेंगे, वे एम्स, सफदरजंग हॉस्पिटल, बाबा साहब अंबेडकर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, हिंदूराव हॉस्पिटल, बीएमएच दिल्ली, दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल, संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एंड एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स, इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड अलाइड साइंसेज (इहबास), श्री दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय, नॉर्दन रेलवे सेंट्रल हॉस्पिटल, ईएसआईसी हॉस्पिटल, चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय, गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल और गुरु गोविंद सिंह हॉस्पिटल सहित आदि अस्पताल हैं।

इसके साथ ही जम्मू एंड कश्मीर डॉक्टर्स कोऑर्डिनेशन कमेटी ने भी हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है। 15 जून को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल रहेगी। आपको बताते जाए कि 10 जून को नील रत्न सरकार (NRS) मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक 75 वर्षीय मरीज की मौत हो गई थी। इससे गुस्साए परिजनों ने हॉस्पिटल में पहुंचकर डॉक्टरों को गालियां देकर मारपीट तक कर दी। इसके बाद डॉक्टरों ने माफी मांगने को कहा और जब तक मृतक के परिजन हमसे माफी नहीं मांगते हैं, तब तक हम प्रमाण पत्र नहीं देंगे।

Updated : 15 Jun 2019 8:34 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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