शनिवार से शुरू होगी राष्ट्रपति कोविंद की तीन देशों की 9 दिवसीय यात्रा
विदेश मंंत्रालय के प्रवक्ता ने राष्ट्रपति की प्रस्तावित यात्रा के बारे में विस्तार से बताया ...
Swadesh Digital | 14 Jun 2018 7:22 PM GMT
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 16 जून से तीन देशों ग्रीस, सूरीनाम और क्यूबा की 9 दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। यूरोपीय देश ग्रीस जाने वाले 2007 के बाद पहले राष्ट्राध्यक्ष होंगे। 1959 की क्रांति के बाद क्यूबा जाने वाले वे पहले भारतीय राष्ट्रपति होंगे। सूरीनाम में वे अप्रवासी भारतीयों से मुलाकात करेंगे।
विदेश मंंत्रालय के प्रवक्ता ने राष्ट्रपति की प्रस्तावित यात्रा के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 16 से 24 जून तक ग्रीस, सूरीनाम और क्यूबा की राजकीय यात्रा पर होंगे। उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री विष्णु देव साय होंगे। इनके अलावा इस यात्रा पर दो संसद सदस्य एवं भारत सरकार के अधिकारी भी होंगे।
अपने तीन-राष्ट्र के दौरे के पहले चरण में राष्ट्रपति 16 से 19 जून तक ग्रीस के राष्ट्रपति प्रोकोपिस पावलोपोलोस के निमंत्रण पर ग्रीस का दौरा करेंगे। ग्रीस के साथ भारत का संबंध राजा अलेक्जेंडर और किंग पोरस के दिनों से पुराना है। वर्तमान समय में दोनों देश लोकतंत्र, कानून के शासन और बहुलवाद के सामान्य मूल्य साझा करते हैं। ग्रीस के साथ भारत के आधा अरब अमेरिकी डॉलर का वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार होता है। दोनों देशों के बीच नियमित रूप से उच्च स्तरीय बैठकें करते हैं। ग्रीस के प्रधानमंत्री 2008 और 2010 में भारत आ चुके हैं। ग्रीस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति कोविंद की राष्ट्रपति पावलोपोलोस के साथ बैठक होगी। ग्रीस के प्रधानमंत्री और विपक्ष के ग्रीक नेता अलग-अलग राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रपति भारत-ग्रीस के सीईओ ब्रेकफास्ट मीटिंग में शामिल होंगे और सीईओ बैठक को संबोधित करेंगे। वह यूरोप और विदेश नीति (एलआईएलएएमपी) के लिए हेलेनिक फाउंडेशन में एक भाषण देंगे। यात्रा के दौरान राष्ट्रपति भारतीय डायस्पोरा के सदस्यों को भी संबोधित करेंगे।
राष्ट्रपति 19से 21 जून तक सूरीनाम में होंगे। यात्रा के दौरान राष्ट्रपति कोविंद वहां के राष्ट्रपति डेलानो बोउटर्स के साथ आधिकारिक स्तर की वार्ता करेंगे। भारत सूरीनाम के साथ घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध साझा करता है जिसे भारतीय डायस्पोरा द्वारा मजबूत किया जाता है। पीआईओ में सूरीनाम की आबादी का लगभग 37% है। सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 145 वें वर्ष का समारोह मनाया जा रहा है। इस यात्रा के दौरान स्वास्थ्य और चिकित्सा, चुनाव, सूचना प्रौद्योगिकी, भारत और सूरीनाम, आयुर्वेद और पारंपरिक दवाओं, दोनों देशों के राजनयिक कर्मचारियों के आश्रितों के रोजगार सहित तमाम विषयों से जुड़े समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने हैं।
सूरीनाम अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का एक संस्थापक सदस्य है। सौर ऊर्जा से संबंधित परियोजनाओं के लिए सूरीनाम को विकास सहायता दी जा रही है। पावर ट्रांसमिशन और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए कर्ज सीमा बढ़ाना और 2015 में खरीदे चेतक हेलीकॉप्टरों के रख-रखाव को लेकर भी बात होगी। राष्ट्रपति भारत सांस्कृतिक केंद्र की नई इमारत के लिए नींव रखेंगे, जिन्हें स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र कहा जाएगा, जिसके लिए सूरीनाम सरकार ने भूमि उपहार में दी है। राष्ट्रपति सूरीनाम के निवासियों, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और भारतीय डायस्पोरा के साथ 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग समारोह की अध्यक्षता भी करेंगे।
राष्ट्रपति कोविंद 21-22 जून को क्यूबा में होंगे। वह क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डाएज़-कैनेल बरमुडेज़ के साथ व्यापक चर्चा करेंगे। राष्ट्रपति डायज-कैनेल ने मार्च 2015 में क्यूबा के उप-राष्ट्रपति के रूप में भारत यात्रा की थी। 1959 की क्यूबा क्रांति के बाद से किसी भारतीय राष्ट्रपति की ये पहली यात्रा होगी। क्यूबा की राजधानी हवाना पहुंचने से पहले, राष्ट्रपति क्यूबा के दूसरे बड़े शहर सैंटियागो डी क्यूबा में भारत के लंबे समय तक मित्र रहे फिदेल कास्त्रो की कब्र पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
भारत क्यूबा के साथ घनिष्ठ और ऐतिहासिक संबंध साझा करता है। क्यूबा सुरक्षा परिषद के सुधार पर भारत के विचार साझा करता है और संयुक्त राष्ट्र निकाय चुनावों में भारत को स्थायी समर्थन व्यक्त करता रहा है। व्यापार से पर्यावरण तक निरस्त्रीकरण तक के महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार समान हैं। भारत और क्यूबा दोनों गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) के संस्थापक रहें हैं। भारत समय-समय पर क्यूबा को विकास सहायता प्रदान कर रहा है। हाल के दिनों में (जनवरी 2018) में भारत ने क्यूबा को दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों के साथ 60 ट्रैक्टर दिए हैं।
क्यूबा अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का संस्थापक सदस्य हैं। सौर परियोजनाओं के लिए भारत क्यूबा को सॉफ्ट लोन दे रहा है। अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं, विंड फार्म पावर के लिए 160.3 मिलियन अमरीकी डालर के क्रेडिट की एक अन्य लाइन पर हाल ही में हस्ताक्षर किए गए हैं। होम्योपैथिक दवा में बायो-टेक्नोलॉजी, चिकित्सा, औषधीय पौधों की पारंपरिक प्रणाली अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में कई समझौतों पर राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए जाएंगे।
Updated : 15 Jun 2018 12:57 AM GMT
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स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in
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