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जानिए, कोरोना के बाद अब क्या आने वाले है संकट

-इस साल 16 से ज्यादा खतरनाक समुद्री तूफानों की भविष्यवाणी

जानिए, कोरोना के बाद अब क्या आने वाले है संकट
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मियामी। इस साल के शुरुआत में ही खतरनाक कोरोना वायरस के दस्तक ने पूरी दुनिया को आतंकित कर रखा है। मगर कोरोना वायरस के बाद भी खतरे के बादल मंडराएंगे। कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानियों ने इस साल दुनियाभर में 16 से ज्यादा समुद्री तूफान आने का पूर्वानुमान लगाया है। इनमें आठ हेरिकन भी शामिल हैं। इन आठ में चार तूफान बेहद खतरनाक और शक्तिशाली होंगे।

विशेषज्ञों ने कहा, हमें इस साल फिर से बड़ी गतिविधियां होने के संकेत मिले हैं। मौसम विज्ञानी फिल क्लॉटजबेक ने कहा, हमारा अनुमान है कि 2020 में अटलांटिक बेसिन हरिकेन मौसम की गतिविधि सामान्य से उपर होगी। जिन हरिकेन तूफान की श्रेणी 3 से 5 होगी, वो बड़े तूफान बन जाएंगे। इनमें 111 मील प्रति घंटे और इससे अधिक गति की तेज हवाएं चलेंगी। अनुमान है कि ये तूफान 1 जून से 30 नवंबर के हरिकेन मौसम के दौरान आएंगे।

लॉटजबेक ने कहा, इन बड़े तूफानों से भूस्खलन होने के संकेत भी मिले हैं। उनके मुताबिक, इस साल कम-से-कम एक बड़े तूफान से अमेरिका के तटों के पास 69 फीसदी भूस्खलन होने की संभावना है। हालांकि, पूर्वानुमान में सटीक रूप से यह अनुमान नहीं लग पाया है कि तूफान कहां पर हमला कर सकते हैं और किसी स्थान पर भू-स्खलन की संभावना कम है। क्लॉटजबेक और अन्य विशेषज्ञों ने बताया कि अटलांटिक बेसिन में प्रतिवर्ष औसतन 12 उष्णकटिबंधीय तूफान होते हैं, जिनमें से छह हरिकेन होते हैं।

जानें क्या है हरिकेन: हरिकेन एक प्रकार का तूफान है, जिसे उष्णकटिबंधीय चक्रवात कहा जाता है। ये शक्तिशाली व विनाशकारी तूफान होते हैं। इनक उत्पत्ति अटलांटिक बेसिन में होती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, एक उष्णकटिबंधीय तूफान तब एक हरिकेन बन जाता है, जब इसकी हवा की गति 74 मील प्रति घंटे तक पहुंच जाती है। इसकी तीव्रता को सैफिर-सिंपसन हरिकेन विंड स्केल से मापा जाता है|।

ये आएंगे तूफान - आर्थुर , बेरथा, क्रिस्टोबल, डॉली, एडुअर्ड, फे, गोंजालो, हन्ना, इजाइअस, जोसफिन, केली , लौरा, मार्को , नाना, ओम , पौलेट, रेने, सैली, टेडी, विक्की, विल्फ्रेड

-इनमें आठ तूफान हेरिकेन श्रेणी के होंगे, चार तबाही वाले होंगे, बाकी सामान्य प्रकार के। वैज्ञानिकों ने इन सभी के नाम भी तय कर दिए।

Updated : 4 April 2020 5:15 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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