अमिताभ-ऋतिक जैसा न था तो अदाकारी से पायी पहचान
लोगों से हर व्यक्ति सबसे पहले शरीर के जरिए संवाद करता है। मैं नायक की उमर का नहीं था। अमिताभ, शाहरुख और ऋतिक जैसी मेरी कद काठी नहीं थी तो मुझे किसी ने देखते ही वाह-वाह नहीं कहा। मैंने अंतव्र्यक्तित्व की खासियत को पर्दे पर उतारा और अदाकारी को अपना पैशन बनाया। इस तरह मेरे किरदारों और अभिनय ने मुझे सिनेमा और दर्शकों से वाहवाह दिलाई।
यह कहना है लखनउ के खांटी थियेटर कलाकार और वर्तमान में मुंबई सिनेमा की हर दूसरी फिल्म में नायक के पिता बन रहे अभिनेता अतुल श्रीवास्तव का। वे 1990 से 2018 तक सीरियलों से फिल्मों तक कॉमेडी से ट्रेजडी अलग-अलग किरदारों में जीते दिखे हैं। हाल ही में वे शाहिद कपूर श्रृद्धा कपूर की फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू में नायक के पिता के किरदार में दिखे थे।
अतुल की सिनेमा में शुरुआत बंटी और बबली से हुई। इसके बाद अमिताभ बच्चन के साथ भूतनाथ के अलावा तुम मिले, आशिकी, गुलाब गैंग, बॉम्बे वैलवेट, बजरंगी भाईजान, टॉयलेट एक प्रेमकथा में पर्दे पर कई फ्रेम में दिख चुके हैं। मध्यप्रदेश के चंदेरी में स्त्री और ग्वालियर में लुका छिपी की शूटिंग के वक्त पिछले दिनों वे अखबारों की सुर्खियों में रहे थे। नेहा धूपिया के साथ एक 40 की लास्ट लोकल में उनका किरदार काफी चर्चित रहा था।
अपनी अभिनय यात्रा पर अतुल कहते हैं कि वे खुशनसीब है कि लखनऊ से हैं। ये वो शहर है जहां संगीत, कला, नृत्य, थियेटर वो भी सीखते हैं जिनका रोजगार कुछ और होता है। यहां कलाओं की कद्र है। मैंने भारतेन्दु नाट्य अकादमी लखनऊ से थियेटर सीखा और फिर 86 में एनएसडी दिल्ली से पास हुआ। दिल्ली में थियेटर में घुसता चला गया।
अतुल कहते हैं कि थियेटर जीवन को बेहतर बनाता है तभी तो सरकार ने स्कूलों में थियेटर को जरुरी कर दिया है। यह व्यक्तित्व को आकर्षक बनाने वाला हुनर है। अतुल कहते हैं कि ईश्वर का आशीर्वाद है कि जो पैशन है वही मेरा काम धंधा है।
वे भाग्यविधाता, सॉरी मेरी लॉरी, सर्विस वाली बहू, मिस्टर एंड मिसेज, गुदगुदी, करीना-करीना जैसे लोकप्रिय सीरियल सहित करीब 115 सीरियलों में कॉमेडी, विलेन जैसे कई यादगार किरदार कर चुके हैं। पिछले कुछ समय से बेबसीरिज उनका नया मंच है। इन दिनों सपना चौधरी के साथ मथुरा में एक आयटम नंबर में उनकी शूटिंग चल रही है। कलाकार अतुल का लक्ष्य बस इतना है जो पर्दे पर उन्हें देखे तो बस वाहवाह कर दे। जल्द ही हीरोज गुल्लू और शादी मुबारक फिल्म में नवनीत कौर, शरद सक्सेना और सीबा के साथ पर्दे पर दिखेंगे। छोटे शहरों के युवाओं के लिए अतुल कहते हैं मौकों की कमी नहीं है मगर जरुरत है कि मेहनत की कमी न हो। पहले काम से अपनी डिमांड पैदा कीजिए तभी आप डिमांग कर सकेंगे।
Naveen Savita
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