Home > अर्थव्यवस्था > आम बजट की छोटी योजनाएं बदल देंगी लोगों का जीवन

आम बजट की छोटी योजनाएं बदल देंगी लोगों का जीवन

आम बजट की छोटी योजनाएं बदल देंगी लोगों का जीवन
X

नई दिल्ली। आम बजट में कई नई इनोवेटिव योजनाएं प्रस्तावित की गई हैं। यदि इन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हुआ तो लोगों को इनका बड़ा फायदा मिलेगा। इस प्रकार की योजनाएं आम लोगों से लेकर किसानों तक सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। रोचक बात है कि इन योजनाओं में सरकार को किसी बड़े आवंटन की जरूरत भी नहीं है।

-सरकार ने जैविक खेती के लिए एक पोर्टल बनाने की बात कही है। इसके जरिये किसान अपने जैविक उत्पादों को देश भर में कहीं भी बेच सकेंगे। अभी जैविक खेती का चलन तो बढ़ रहा है लेकिन असल दिक्कत किसानों को उत्पाद बेचने में आती है। यह पोर्टल उन्हें मदद प्रदान करेगा।

-किसान रेल योजना के तहत किसान अपने उत्पादों को रेलगाड़ियों के जरिये बाजारों तक भेज सकेंगे। ट्रेन में इसके लिए अलग से वातानुकूलित डिब्बे लगेंगे। इतना ही नहीं वे हवाई जहाज से भी अपने उत्पाद भेज सकेंगे। इसके लिए किसान उड़ान योजना प्रस्तावित की गई है।

-सरकार ने जिला अस्पतालों को पीपीपी माडल में मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना शुरू की है, इससे देश में डाक्टरों की कमी तो दूर होगी ही जिला स्तर पर चिकित्सा सेवाएं भी बेहतर होंगी। पीपीपी मॉडल में सरकार को निवेश भी कम करना पड़ेगा। मिशन इंद्रधनुष में टीकाकरण योग्य नई बीमारियों को शामिल करने से भी सरकार ने कम खर्च में स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में पहल की है। इसी प्रकार हर जिले में एक जनऔषधि केंद्र खुलने से लोगों को कम कीमत पर दवाएं मिलेंगी।

-बजट में ग्राम भंडारण योजना भी इनोवेटिव है। इसमें स्वयं सहायता समूहों को भंडारगृह बनाने के लिए सरकार मदद देगी। ग्रामीण इनका खुद ही प्रबंधन करेंगे और कम खर्च पर अपने उत्पादों को भंडारित कर सकेंगे और दाम अच्छे मिलने पर बेच सकेंगे।

-इसी प्रकार इंजीनियरिंग छात्रों को स्थानीय निकायों में एक साल की इंटनर्शिप योजना से उन्हें तात्कालिक रोजगार मिलेगा और निकायों को कम खर्च पर मैनपावर मिलेगी। 150 केंद्रीय शिक्षण संस्थानों में एप्रेंटिस योजना, सीवर टैंकों की सफाई के लिए उपकरणों का इस्तेमाल, राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी की स्थापना से आने वाले समय में आम लोगों को फायदा होगा। राष्ट्रीय भर्ती एजेसी बनने के बाद हर क्षेत्र में इसके केंद्र बनेंगे और इन केंद्रों पर लोगों को सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा देने का मौका मिलेगा। इसी प्रकार सीवर टैंकों की सफाई में कई बार कार्मिकों की मौत हो जाती है। यदि इसमें उपकरणों का इस्तेमाल होगा तो लोगों का जीवन तो बचेगा ही उनका काम भी आसान हो सकेगा।

Updated : 2 Feb 2020 7:14 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top