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महिला सुरक्षा के मुद्दे पर पश्चिम रेलवे ने उठाए कारगर कदम

महिला सुरक्षा के मुद्दे पर पश्चिम रेलवे ने उठाए कारगर कदम
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मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को विश्व की पहली लेडीज स्पेशल ट्रेन का अनूठा उपहार देने वाली पश्चिम रेलवे यात्री संरक्षा, सेवा और सुविधा के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियाँ हासिल करके हमेशा अग्रणी रही है। इसी क्रम में माननीय रेल मंत्री द्वारा 'महिला एवं बाल सुरक्षा वर्ष' के रूप में घोषित चालू वर्ष 2018-19 सार्थक एवं सक्रिय रूप से मनाने में भी पश्चिम रेलवे विभिन्न अभियानों और गतिविधियों का सफल आयोजन करने तथा इनसे प्राप्त फीडबैक के आधार पर आवश्यक कार्रवाई कर रेल परिसरों में 'महिला एवं बाल सुरक्षा' को हरसम्भव बेहतर बनाने में भी अग्रणी साबित हो रही है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविंद्र भाकर के अनुसार पश्चिम रेलवे के मुंबई उपनगरीय खंड के अंतर्गत विभिन्न प्रमुख स्टेशनों पर 4 से 8 जून, 2018 तक महिला यात्रियों से महत्त्वपूर्ण फीडबैक एवं सुझाव लेने के लिए आयोजित इंटरएक्टिव संवाद अभियान काफी सफल रहा और इस दौरान 488 महिला यात्रियों ने फीडबैक फॉर्म भरकर अपनी प्रतिक्रिया और सुझाव दिये। इनमें से कई प्रमुख मुद्दों पर पश्चिम रेलवे की ओर से आवश्यक कार्रवाई और कारगर कदम सुनिश्चित किये जा रहे हैं। 'महिला एवं बाल सुरक्षा' के संवेदनशील मुद्दे को पश्चिम रेलवे की ओर से दी जा रही सर्वोच्च वरीयता और गम्भीरता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्वयं पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक इससे सम्बंधित समूची कवायद में गहरी रुचि ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस फीडबैक अभियान के अंतर्गत महाप्रबंधक गुप्ता ने स्वयं 6 जून, 2018 को अंधेरी स्टेशन पर आयोजित 'महिला यात्री संवाद सत्र' में शामिल होकर विभिन्न महिला यात्रियों से अनेक अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही उपनगरीय खंड का निरीक्षण भी किया। इस दौरान प्राप्त सुक्षावों पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश महाप्रबंधक की ओर से सम्बंधित अधिकारियों को जारी किये गये। तदनुरूप पश्चिम रेलवे के उपनगरीय खंड पर सुरक्षा एवं यात्री सुविधाओं सम्बंधी मुद्दों पर कड़ी कार्रवाई के लिए 7 जून से 10 जून, 2018 तक एक कारगर अभियान आयोजित किया गया। इस दौरान महाप्रबंधक गुप्ता की ओर से निर्देशित विभिन्न मुद्दों पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की गई। इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न ट्रेनों के लेडीज़ डिब्बों में से 27 भिखारियों और 39 अवैध विक्रेताओं को पकड़कर रेल अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि विभिन्न उपनगरीय रेलवे स्टेशनों के परिसरों में लगे सीसीटीवी कैमरों से उपनगरीय ट्रेनों के लेडीज़ डिब्बों के आसपास वाले क्षेत्रों की निगरानी समुचित रूप से नहीं हो पा रही है। ऐसे सीसीटीवी कैमरों की पहचान करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान के निष्कर्षों के आधार पर 73 ऐसे स्थानों के सीसीटीवी कैमरों की जगह बदली गई, ताकि इनके ज़रिये ट्रेनों के लडीज़ डिब्बों के आसपास वाले क्षेत्रों की समुचित निगरानी सुनिश्चित की जा सके और सीधे प्रसारण के ज़रिये किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। उपनगरीय ट्रेनों के दिव्यांगों हेतु आरक्षित डिब्बों में गर्भावस्था के अंतिम चरण वाली महिला यात्रियों को यात्रा करने की विशेष अनुमति दी गई है, जिसके लिए वर्तमान में एक ईएमयू रेक में कुल 57 सीटें दिव्यांगजनों, कैंसर पीड़ितों एवं गर्भवती महिलाओं के लिए खासतौर पर आरक्षित रखी गई है।

उपरोक्त उपायों के अलावा रेल सुरक्षा बल के सभी थाना प्रभारियों ने अभियान की अवधि के अंतर्गत महिला यात्रियों से छेड़खानी के खिलाफ एक विशेष मुहिम चलाई गई है, जिसके तहत सुरक्षा बल कर्मियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे महिलाओं के डिब्बों की विशेष निगरानी करें तथा उनके आसपास घूम रहे मनचले एवं संदिग्ध दिख रहे यात्रियों पर खास नज़र रखें। आरपीएफ स्टाफ की ओर से पूरी निष्ठा एवं समर्पण के साथ अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप इस अवधि के दौरान महिला यात्रियों से छेड़खानी का एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया है। व्यस्ततम घंटों के दौरान लेडीज़ स्पेशल ट्रेनों को स्कॉट करने के लिए महिला आरपीएफ कर्मियों की तैनाती की गई है। वर्तमान में उपनगरीय खंड पर महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए 67 लेडीज़ आरपीएफ स्टाफ का कैडर बनाया गया है। इनके अलावा सुरक्षा हेल्प लाइन नम्बर 182 और आई वॉच महिला सुरक्षा ऐप के विशेष प्रावधान भी किये गये हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति के दौरान महिला यात्री अपनी शिकायत दर्ज करवाकर आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकें। इस अभियान के दौरान महिलाओं के डिब्बों में यात्रा करते हुए 168 पुरुष यात्रियों को पकड़ा गया। महिला सुरक्षा से सम्बंधित जानकारी महिला यात्रियों को देने के लिए रेल परिसरों में विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त रौशनी वाले सूचना पट्ट लगाये जाने का निर्णय लिया गया है। 8 जून से 10 जून, 2018 के दौरान मुंबई मंडल के वाणिज्य विभाग की ओर से उपनगरीय खंड पर एक संयुक्त टिकट जाँच अभियान भी चलाया गया, जिसमें उच्च श्रेणी में अवैध यात्रा करते हुए 219 यात्री पकड़े गये। इसके अतिरिक्त 30 ऐसी महिला यात्रियों को पकड़ा गया, जो लेडीज़ डिब्बों में बोरीवली एवं विरार के बीच इन डिब्बों के दरवाजों पर खड़े रह कर अन्य यात्रियों के प्रवेश से रोक रही थीं। साथ ही उपनगरीय ट्रेनों से नशे के आदि के 17 व्यक्तियों को भी पकड़ा गया और उनके खिलाफ रेल अधिनियम के अंतर्गत मामले दर्ज किये गये। ।महिला सुरक्षा की दिशा में पश्चिम रेलवे के कारगर प्रयासों का सिलसिला लगातार जारी रखा गया है, जिसके अंतर्गत उपनगरीय खंड पर विभिन्न अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ रेल सुरक्षा बल द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में 12 जून, 2018 को लेडीज़ डिब्बों के दरवाजे ब्लॉक करने के आरोप में 19 महिला यात्रियों को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार महिला डिब्बों में अवैध यात्रा करते हुए 51 विक्रेता पुरुषों को पकड़ा गया, वहीं लेडीज़ डिब्बों में यात्रा करते हुए 113 पुरुष यात्रियों की धर-पकड़ भी की गई। इस दिन रेल सुरक्षा बल द्वारा 19 नशेड़ियों तथा फटका गैंग के एक लुटेरे को भी पकड़ा गया। इसी दिन एक लड़की को किडनैप होने से बचाया गया तथा एक महिला यात्री को उसका खोया हुआ बैग लौटाया गया। 13 जून, 2018 को लेडीज़ डिब्बों के दरवाजे ब्लॉक करने के आरोप में 12 महिला यात्रियों को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार महिला डिब्बों में अवैध यात्रा करते हुए 7 विक्रेता पुरुषों को पकड़ा गया, वहीं लेडीज़ डिब्बों में यात्रा करते हुए 73 पुरुष यात्रियों की धर-पकड़ भी की गई। इस दिन रेल सुरक्षा बल द्वारा 3 नशेड़ियों को भी पकड़ा गया तथा एक महिला यात्री को उसका खोया हुआ बैग लौटाया गया। इसी तरह 14 जून, 2018 को लेडीज़ डिब्बों के दरवाजे ब्लॉक करने के आरोप में 32 महिला यात्रियों को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार महिला डिब्बों में अवैध यात्रा करते हुए 29 विक्रेता पुरुषों को पकड़ा गया, वहीं लेडीज़ डिब्बों में यात्रा करते हुए 168 पुरुष यात्रियों की धर-पकड़ भी की गई। साथ ही रेल सुरक्षा बल द्वारा 9 नशेड़ियों को भी पकड़कर उनके खिलाफ समुचित कार्रवाई सुनिश्चित की गई। इसी क्रम में 16 जून, 2018 को लेडीज़ डिब्बों के दरवाजे ब्लॉक करने के आरोप में 13 महिला यात्रियों को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार महिला डिब्बों में अवैध यात्रा करते हुए 33 विक्रेता पुरुषों को पकड़ा गया, वहीं लेडीज़ डिब्बों में यात्रा करते हुए 52 पुरुष यात्रियों की धर-पकड़ भी की गई। इस दिन रेल सुरक्षा बल द्वारा 03 नशेड़ियों को भी पकड़ा गया तथा एक महिला यात्री को उसका खोया हुआ बैग लौटाया गया।

Updated : 17 Jun 2018 4:53 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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