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'सेव अर्थ' : पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रीय सहभागिता की आवश्यकता - लोकसभा अध्यक्ष

सेव अर्थ : पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रीय सहभागिता की आवश्यकता - लोकसभा अध्यक्ष
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नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को कहा कि पर्यावरण शुद्धता हमारे देश की संस्कृति में है और पुरातन काल से ही हमारे संस्कारों में रही है। वर्तमान परिदृश्य में ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए भारत वैश्विक स्तर पर व्यापक और सराहनीय प्रयास कर रहा है।

कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली हेरिटेज द्वारा आयोजित 'सेव अर्थ' कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त करते हुए बिरला ने कहा कि विश्व पर्यावरण संरक्षण हेतु भारत ने व्यापक प्रयास किए हैं और रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली हेरिटेज द्वारा भी स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान रखते हुए सिंगल यूस प्लास्टिक को प्रतिबंधित करना और 'जूट के थैलों' के उपयोग की पहल करना अत्यंत सराहनीय है।

लोकसभा अध्यक्ष ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि बापू ने जनभागीदारी और जनांदोलन से समाज को जोड़ने का कार्य किया और देश को एकजुट कर आजादी का मार्ग प्रस्तुत किया। आज स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और परिवर्तन हेतु जनभागीदारी, जनांदोलन और सामूहिक प्रयास जरूरी है और नये भारत के निर्माण हेतु समाज में जागरूकता लाने का हमें प्रयास करना चाहिए जिससे जनभागीदारी द्वारा जब 2022 में आजूदी के 75 वर्ष मनाए तो उस लक्ष्य तक पहुंच सके।

बिरला ने कहा कि देश के विकास के लिए हमें औद्योगिक, आर्थिक गति को सुधारते हुए साथ-साथ पर्यावरण सुधार के लिए अपने प्रयास जारी रखने चाहिए।

Updated : 6 Oct 2019 2:31 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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