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नेहरू गांधी परिवार ने ऐसे ही भ्रष्ट तरीकों से अपार धन, संपदा और पूंजी का निर्माण किया

नेहरू गांधी परिवार ने ऐसे ही भ्रष्ट तरीकों से अपार धन, संपदा और पूंजी का निर्माण किया
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नई दिल्ली। वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के कथित भूमि सौदा घोटाले का उल्लेख करते हुए बुधवार को कहा कि नेहरू गांधी परिवार ने ऐसे ही भ्रष्ट तरीकों से अपार धन, संपदा और पूंजी का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के इस शीर्ष परिवार के पूंजी निर्माण के तौर तरीकों की आपराधिक लेखापरीक्षा होनी चाहिए।

जेटली ने आज लिखे गए अपने आलेख में नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों के बीच भूमि की खरीद फरोख्त की जिक्र करते हुए कहा कि सत्ता और राजनीतिक दबाव के बलबूते औने-पौने दाम पर भूमि हासिल की गई और उन्हें ऊंची कीमतों पर बेचकर भारी धनराशि अर्जित की गई। इस भूमि सौदे के मीडिया में हुए खुलासे को आधार बनाते हुए जेटली ने कहा कि पहले भ्रष्टाचार, रिश्वत के लेनदेन के रूप में सीधे होता था। अब भ्रष्टाचार की एक नई परिपाटी चल पड़ी है। निहित स्वार्थी लोग प्रभावशाली नेताओं को औने-पौने दाम पर चल-अचल संपत्ति देते हैं जिन्हें बाद में ऊंची कीमतों पर बेचकर धनराशि हासिल की जाती है। भ्रष्ट लोग पहले नेताओ को उपकृत करते हैं और बाद में अपने पक्ष में मनमाने फैसले कराते हैं। व्यापार के चतुराई भरे तौर-तरीकों के कारण भ्रष्ट लोगों को पकड़ना भी मुश्किल हो जाता है।

लोकसभा चुनाव 2019 में एजेंडे को लेकर अपनी आलेख श्रृंखला की तीसरी कड़ी में जेटली ने पिछले पांच वर्ष और उसके पूर्व के कालखंड में भ्रष्टाचार की स्थिति का लेखाजोखा दिया। उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार के दौरान भारत की गिनती दुनिया में सबसे भ्रष्ट देश के रूप में होती थी। भ्रष्टाचार के मामले में भारत की साख न्यूनतम स्तर पर थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यकाल देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने की दिशा में युगांतकारी और निर्णायक सिद्ध हुआ। सत्ता के गलियारे में आज बिचौलियों और दलालों का नामोनिशान नहीं है। पिछली सरकारों के समय के नार्थ और साउथ ब्लॉक और उद्योग भवन परिसर व्यापारियों और उद्योगपतियों से भरे रहते थे। आज उनके बिचौलिये और दलाल बेरोजगार हो गए हैं।

वित्तमंत्री के रूप में अपना अनुभव साझा करते हुए जेटली ने कहा कि पिछले पांच वर्ष के दौरान एक बार भी ऐसा मौका नही आया जब किसी व्यक्ति ने उनसे फाइल को जल्दी आगे बढ़ाने के लिए कहा हो। उन्होंने हाल में प्रयागराज में संपन्न कुंभ मेले का जिक्र करते हुए कहा कि इस वृहत्त आय़ोजन में भ्रष्टाचार या अनियमितता की कोई शिकायत नहीं मिली। जबकि वर्ष 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान भ्रष्टाचार की ही चर्चा होती रही।

Updated : 13 March 2019 3:36 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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