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लोकसभा चुनाव पूर्व कर्मचारियों को मनाने में जुटी कांग्रेस

मंत्रियों को देना होगा संगठन व कार्यकर्ताओं को महत्व, मंत्रियों ने कहा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ने वचन दिया है तो पूरा भी करेंगे

भोपाल/राजनीतिक संवाददाता। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले कांग्रेस ने प्रदेश के कर्मचारियों के बीच अपनी पैठ बनानी शुरु कर दी है। इस मुहिम के तहत विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के विभिन्न कर्मचारी संगठनों को दिए गए वचन को निभाने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से पहल की गई है। इसके लिए कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र में जिन कर्मचारी संगठनों की बातों को शामिल किया था उन सभी संगठनों को एक-एक कर बुलाकर उनके प्रमुख पदाधिकारियों के साथ मांगों को पूरा करने के लिए रणनीति तय की जा रही है।

पंचायत सचिव संगठन से मंत्रियों ने कहा : वचन दिया है, पूरा करेंगे

लोकसभा चुनाव की तयारियों को देखत हुए प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों ने पंचायत सचिवों के संगठन के साथ बातचीत की और कहा कि वचन-पत्र के सभी बिन्दुओं को राज्य सरकार पूरा करेगी। गृह एवं जेल मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि वचन-पत्र में सभी बिन्दुओं पर कार्यवाही शुरू हो गई है। पंचायत सचिवों के कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि पंचायत सचिवों के लिये वचन-पत्र में दिये गये बिन्दुओं को प्राथमिकता के साथ पूरा करेंगे।

उन्होंने पंचायत सचिवों को आश्वस्त किया कि उन्हें जल्दी ही समुचित अधिकार दिये जायेंगे। मंत्री श्री पटेल ने पंचायत सचिवों से निष्ठा के साथ कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि पंचायत सचिवों की हितग्राही मूलक योजनाओं को गांवों में घर-घर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अवसर पर विधि,विधायी कार्य मंत्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि पंचायत सचिवों की हितग्राहियों तक शासन की नीतियों और कार्यक्रमों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के दायित्व निर्वहन को सुनिश्चित करें। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाना है। कार्यक्रम को एसएन सिंह, दिनेश शर्मा और भूपेश गुप्ता आदि ने भी संबोधित किया।

मंत्रियों को देना होगा संगठन व कार्यकर्ताओं को महत्व

प्रदेश में डेढ़ दशक बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस अब कुछ माह बाद होने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है। यही वजह है कि हाल ही में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने हाल ही में अपने मंत्रियों को साफ कर दिया है कि पार्टी में सरकार की वापसी संगठन के साथ ही कार्यकर्ताओं की दम पर ही हुई है, इसलिए मंत्री कायकर्ताओं को किसी भी तरह से नजर अंदाज नहीं करें। प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा निर्देश में कहा गया है कि भोपाल में मौजूद होने के समय सभी मंत्रियों को मंत्रालय के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी में भी समय देना होगा। दौरे के वक्त वे पार्टी के जिला कार्यालय में जाएं। इसके अलावा दौरे की जानकारी भी वे प्रशासन के अलावा पदाधिकारियों को भी पहले से दें। गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी चुनाव के दौरान कार्यकर्ताअें से वादा किया था कि कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज करने वाले मंत्री मुख्यमंत्री एक पल भी कुर्सी पर नहीं रहेंगे। संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया कि अब मंत्रियों से यह भी कहा गया है कि वे जब भी दौरे पर जाएं तो संबंधित जिले के पदाधिकारियों को इसकी पहले से सूचना दें। कार्यकर्ताओं से भी मिले। उनकी बात भी सुनें। किसी को नजरअंदाज नहीं करें। अपने प्रभार और गृह जिले में भी इसका पालन जरूर करें।

साक्षरता संविदा प्रेरकों को न्याय मिलेगा

उधर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में साक्षरता संविदा प्रेरक संघ के सदस्यों ने एक बैठक में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी। बैठक प्रदेश कांग्रेस असंगठित कामगार के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष विसेन और साक्षरता संविदा प्रेरक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुल्तानसिंह राजावत की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर, उपाध्यक्ष प्रकाश जैन, मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा, पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल भी उपस्थित थे। इस अवसर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर से प्रेरकों को आश्वासन देते हुए कहा कि कांग्रेस शीघ्र उनके साथ न्याय करेंगी। कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने कहा कि संविदा प्रेरक संघ के कर्मचारियों की सेवा बहाली को लेकर कांग्रेस सरकार शीघ्र ही निर्णय लेगी और उन्हें रोजगार मुहैया करायेगी। बैठक में संविदा प्रेरक संघ के पदाधिकारियों ने कांग्रेस सरकार बनने पर हर्ष व्यक्त करते हुए संविदा प्रेरकों की सेवा बहाली और नियमितीकरण किये जाने का आग्रह किया। प्रेरक संघ के अध्यक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश के 24330 साक्षरता संविदा प्रेरक जो सभी साक्षर भारत अभियान के अंतर्गत कार्यरत साक्षरता संविदा प्रेरक के रूप में कार्य कर रहे थे संविदा सेवा अवधि समाप्त हो जाने के कारण बेरोजगार हो गये थे। हमें पूरा विश्वास है कि कांग्रेस सरकार प्रेरकों की सेवा बहाली कर उसे नियमित कर उन्हें जीवन दान देगी।

अजय सिंह, अरुण यादव और पचौरी में होगी लोकसभा की दौड़

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दीं हैं। मध्यप्रदेश में अब कांग्रेस की सरकार है। छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ अब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हैं। दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपनी एकता और ताकत दिखा चुके हैं। अब इनके साथ-साथ विधानसभा चुनाव हार चुके दिग्गज नेता अजय सिंह, अरुण यादव एवं सुरेश पचौरी को भी लोकसभा चुनाव में सक्रिय किया जाएगा। मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव हारे नेताओं अजय सिंह, राजेंद्र कुमार सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी, रामनिवास रावत, मुकेश नायक, सुभाष सोजतिया और नरेंद्र नाहटा समेत 116 चुनाव हारे नेताओं की बैठक बुलाई । मुख्यमंत्री कमलनाथ इस बात के पहले ही संकेत दे चुके हैं कि पार्टी इन नेताओं को पूरा सम्मान देगी।

15 सीटों पर फोकस: कांग्रेस की प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में हुई वापसी के बाद यह मंथन चल रहा है कि अगले लोकसभा चुनाव में विधानसभा चुनाव का प्रदर्शन कैसे बरकरार रखा जा सकता है। पार्टी का मानना है कि विधानसभा के नतीजे लोकसभा चुनाव परिणाम में परिवर्तित होते हैं तो वह 12 से 15 सीटें जीत सकती हैं। पार्टी आलाकमान भी प्रदेश से ऐसे दिग्गज नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़ाने के मूड में है जिससे पार्टी की जीत सुनिश्चित हो सके। बैठक में कांग्रेस पार्टी दिग्गज नेताओं के हार के कारणों का भी विश्लेषण किया जाएगा। इसमें प्रमुख रूप से यह देखा जाएगा कि आखिरकार पार्टी को अपेक्षित सीटों पर सफलता क्यों नहीं मिल सकी।

Updated : 27 Feb 2019 9:17 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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