Home > देश > काशी विश्वनाथ दरबार के स्वर्ण शिखर का गंगा जल से हुआ कुंभाभिषेक

काशी विश्वनाथ दरबार के स्वर्ण शिखर का गंगा जल से हुआ कुंभाभिषेक

अहिल्याबाई ने कराया था काशी विश्वनाथ दरबार का जीर्णोद्धार

काशी विश्वनाथ दरबार के स्वर्ण शिखर का गंगा जल से हुआ कुंभाभिषेक
X

वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में चल रहे कुंभाभिषेक महोत्सव के अंतिम दिन गुरुवार को स्वर्ण शिखर का 101 कलश में लाये गए गंगा जल से कुंभाभिषेक हुआ। साथ ही स्वर्ण कुम्भ (शिखर) के अभिषेक के बाद विधि विधान से अनुष्ठान किया गया। इसके पूर्व प्रातः काल यज्ञ मण्डप में महागणपति की आराधना कर चारों वेदों का पारायण किया गया। फिर काशी पुराधिपति के भोग आरती से पूर्व पूजित 101 जल कलश में पवित्र मां गंगा के जल से स्वर्ण कुंभ का अभिषेक किया गया। इसके बाद मंत्रोच्चार के बीच बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक व पूजन किया गया। अंत मे यज्ञ स्थल पर पूर्ण पूर्णाहुति के बाद कुंभाभिषेक अनुष्ठान संपन्न हुआ। यह कुंभाभिषेक अनुष्ठान दक्षिण भारतीय व काशी के 151 ब्राह्मणों द्वारा सम्पूर्ण कराया गया।

इसके पूर्व बुधवार की देर शाम केंद्रीय गृहमंत्री के बेटे और भाजपा प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह बाबा दरबार में पहुंचे। दरबार में बाबा का षोडशोपचार पूजन कर निकलते वक्त कुंभाभिषेक महोत्सव में शामिल हुए और आरती पूजन कर प्रदेश उन्नति की कामना की। अनुष्ठान में मुख्य रूप से पूजन के मुख्य यजमान शुब्बू सुंदरम उनकी पत्नी अन्नपूर्णा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह, प्रदेश सरकार के सचिव नितिन रमेश गोकर्ण, सीआरपीएफ कमांडेंट नरेंद्र पाल सिंह, मुख्य अर्चक पिच्चई शिवाचार्य, वेंटक रमन घनपाठी, सप्तऋषि आरती के प्रधान अर्चक शशिभूषण त्रिपाठी उर्फ गुड्डू महराज और अर्चक श्रीकांत मिश्रा भी मौजूद रहे।

अहिल्याबाई ने कराया था काशी विश्वनाथ दरबार का जीर्णोद्धार

श्री काशी विश्वनाथ दरबार का इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने सैकड़ों वर्ष पूर्व जीर्णोद्धार कराया था। जीणोद्धार के 240 साल के इतिहास में पहली बार श्री काशी विश्वनाथ का कुंभाभिषेक किया गया। सारा अनुष्ठान कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य विजेंद्र सरस्वती की देखरेख में काशी और दक्षिण भारतीय ब्राह्मणों ने स्वर्णशिखर से लेकर गर्भगृह तक यह अनुष्ठान संपन्न कराया। दक्षिण भारत में हर 12 साल पर मंदिरों की सकारात्मक ऊर्जा और पवित्रता को बनाए रखने के लिए यह कुंभाभिषेक अनुष्ठान किया जाता है । माना जा रहा हैं कि राज राजेश्वर स्वरूप में स्थापित श्री काशी विश्वनाथ दरबार कुंभाभिषेक से ऊर्जित हुआ हैं।

Updated : 6 July 2018 2:14 PM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top