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देश को कृषि नेतृत्व प्रदान कर सकता है हरियाणा

चौथे कृषि शिखर सम्मेलन के समापन पर कोविंद ने डिजिटल किसान एप भी किया लांच

देश को कृषि नेतृत्व प्रदान कर सकता है हरियाणा
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सोनीपत। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि हरियाणा देश को कृषि नेतृत्व प्रदान कर सकता है। जय जवान-जय किसान के नारे पर सही मायने में हरियाणा ही अमल करता है और सन्देश को पूरा करता है। प्रदेश से हर परिवार का एक बेटा सेना में जवान है तो दूसरा खेत में अन्न उत्पादन कर देश के खाद्यान उत्पादन में अपना पूरा योगदान दे रहा है।

राष्ट्रपति रविवार को गन्नौर में आयोजित चौथे कृषि शिखर सम्मेलन में किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने संबोधन से पहले पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि कश्मीर में कायरतापूर्ण घटना घटित हुई। पूरा देश शहीद परिवारों के साथ खड़ा है।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने डिजिटल किसान एप भी लांच किया। उन्होंने कहा कि अब हरियाणा का किसान डिजिटल हो गया है। देश के सभी राज्यों के उद्यमी किसान अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए हमें अनाज, फल-फूल व डेयरी उत्पादन का प्रचुर मात्रा में सहयोग कर रहे हैं। पशुपालन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन में भी यहाँ के किसानों ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। राष्ट्रपति ने सभी महिला किसानों को इसके लिए बधाई भी दी। इसके अलावा उन्होंने कृषि रत्न पुरस्कार प्राप्त करवाने में किसानों की सहायता करने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं को भी बधाई दी । लगातार चार बार कृषि नेतृत्व वाले शिखर सम्मेलन का आयोजन कर हरियाणा देश का एग्रो लीडर बना है।

हरियाणा को कृषि रत्न पुरस्कार दिया

गन्नौर के अंतरराष्ट्रीय फल एवं सब्जी मार्केट में चल रहे चौथे कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में चौधरी चरणसिंह कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. के.पी. सिंह को राष्ट्रपति रामनाथ कोबिन्द के हाथों पहला हरियाणा कृषि रत्न पुरस्कार दिया गया। हरियाणा के तीन किसानों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री भी मिला है | साथ ही 25 किसानों को हरियाणा कृषि रत्न पुरस्कार तथा चौधरी चरणसिंह कृषि विश्वविद्यालय को पहला हरियाणा कृषि रत्न पुरस्कार देने की घोषणा की गई है ।

एग्री समिट में 14 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए

राष्ट्रपति ने कहा कि वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश में आयोजित कृषि कुंभ में हरियाणा ने पार्टनर राज्य के रूप में भागीदारी की थी। साथ ही इजराईल, ब्राजील व नीदरलैंड जैसे देश सहभागी देश थे। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि हरियाणा ने इन देशों के साथ उत्कृष्टता केंद्र खोले हैं। इस बात की खुशी है कि इस एग्री समिट में 14 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है और डेढ़ लाख से अधिक हरियाणा के किसानों ने इस मेले का दौरा किया है।

लिंग अनुपात में हरियाणा ने नियंत्रण पाया है

राष्ट्रपति ने कहा कि हरियाणा को स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 में सर्वश्रेष्ठ राज्य का खिताब मिला है। वर्ष 2011 की जनगणना के आंकड़ो के अनुसार हरियाणा में एक हजार बेटों के पीछे लड़कियों की संख्या मात्र 830 थी तो अब यह संख्या बढक़र 914 तक पहुंच गई है। राष्ट्रपति ने कहा कि सोनीपत जिला के 16 गांवों में बेटियों की संख्या एक हजार से ऊपर है। यह समाज में बदलाव की नई जागृति का प्रमाण है। उन्होंने इस सफलता के लिए इन गांवों के लोगों तथा जिला प्रशासन सोनीपत के अधिकारियों की भी प्रशंसा की।

हरियाणा सेवा क्षेत्र में भी देश में अग्रणी

राष्ट्रपति ने कहा कि हरियाणा कृषि के साथ-साथ विनिर्माण के क्षेत्र में भी देश में अग्रणी है। चाहे वह आधुनिक वाहनों व वैज्ञानिक उपकरणों के निर्माण की बात हो या सूचना प्रौद्योगिकी और बिजनेस कंसल्टेंसी के मल्टी नेशनल उद्यम का विषय हो, फिर कृषि उत्पादों में नए अन्वेषण या हथकरघा उद्योग हो, यहां पर ऐसे सभी उद्योगों के महत्वपूर्ण केंद्र बने हैं।

हरियाणा भंडार में योगदान की दृष्टि से दूसरे स्थान पर

उन्होंने कहा कि ईज आफ डूईंग बिजनेस के मामले में हरियाणा 14वें नंबर से तीसरे नंबर पहुंच गया है। हरियाणा की 65 प्रतिशत से अधिक आबादी की आजीविका कृषि पर आधारित है। हरियाणा देश में 21वें नंबर पर है लेकिन देश के अनाज भंडार में योगदान की दृष्टि से दूसरे स्थान पर है। केंद्रीय पुल में हरियाणा 14 करोड़ क्विंटल से अधिक का योगदान देता है। राष्ट्रपति ने कहा कि इस योगदान के लिए यदि हम हरियाणा के लिए कहें कि छोटा राज्य बड़ा योगदान तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। प्रति व्यक्ति दुग्ध उत्पादन की दृष्टि से हरियाणा पूरे देश में दूसरे स्थान पर रहा है । हरियाणा के बारे में कहावत भी है ' देशों में देश हरियाणा, जित दूध दही का खाना।'

पर्यावरण के प्रति भी हरियाणा के लोग सजग

राष्ट्रपति ने कहा कि यद्यपि हरियाणा में अधिकांश लोग शाकाहारी हैं परंंतु देश के लिए परिश्रम करके यहां के मत्स्य पालक किसानों के बल पर हरियाणा प्रति हेक्टेयर मछली पालन में देश में दूसरे स्थान पर है। इसी प्रकार यहां के लोग चावल कम खाते हैं लेकिन देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को बासमती चावल उपलब्ध करवाते हैं। 60 प्रतिशत से अधिक बासमती चावल का निर्यात हरियाणा से ही होता है। पर्यावरण के प्रति भी हरियाणा के लोग सजग हैं | पराली के उचित प्रबंधन को अपनाकर उसका बेहतर उपयोग किया और इसके फलस्वरूप इससे होने वाले पर्यावरण प्रदूषण में कमी आई।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की

राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि हरियाणा की 108 मंडियों को आनलाईन ई नेम से जोड़ा जा रहा है। इससे किसान अपने उत्पाद आसानी से उचित मूल्य पर बेच सकेंगे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की है जिसमें छह हजार रुपये वार्षिक की सहायता किसानों को तीन किश्तों में दी जाएगी। देश के लगभग 12 करोड़ किसान परिवार के इससे लाभान्वित होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए पूरे देश में 100 लंबित परियोजनाओं को पूरा किया जा रहा है।

किसानों के लिए प्रेरक रहेगा हरियाणा में भारत के राष्ट्रपति आना :मनोहर लाल

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन में पहुंचने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत किया और कहा कि निश्चित रूप से देश के किसानों को इससे प्रेरणा मिलेगी कि भारत का राष्ट्रपति उनके कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुआ है।

उन्होंने कहा कि इससे पहले भी गुरुग्राम फरीदाबाद व रोहतक में कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन का आयोजन सफलतापूर्वक हमारे कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने किया है। हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व अन्य अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, शहरी स्थानीय निकाय, महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन, सांसद रमेश चंद्र कौशिक, गन्नौर के विधायक कुलदीप शर्मा, हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड की चेयरमैन कृष्णा गहलावत, हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव नवराज संधू, कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक जे गणेशन, कृषि विभाग के महानिदेशक अजीत बालाजी जोशी, उपायुक्त डा. शालीन, एसपी प्रतीक्षा गोदारा सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति व प्रदेश के कोने-कोने से आए बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

Updated : 17 Feb 2019 2:37 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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