- क्या पांच साल से कम उम्र के बच्चों का ट्रेन में लगेगा फुल टिकट? जानिए क्या है सच्चाई
- किसानों को होगा लाभ, मंत्रिमंडल ने कृषि ऋण पर 1.5 प्रतिशत ब्याज सहायता को दी मंजूरी
- 38 साल बाद घर पहुंचा शहीद चंद्रशेखर का पार्थिव शरीर, आज होगा अंतिम संस्कार
- भाजपा ने घोषित की केंद्रीय चुनाव समिति, शिवराज सिंह और नितिन गडकरी को नहीं मिली जगह
- ऐक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस की बढ़ी मुश्किलें, ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में बनाया आरोपी
- जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस को झटका, गुलाम नबी ने कैंपेन समिति के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
- चुनाव में मुफ्त की योजनाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, सभी पक्षों से मांगा सुझाव
- जम्मू में एक ही घर से मिले 6 लोगों के शव, पुलिस ने शुरू की जांच, हत्या की आशंका
- अप्रैल के बाद सेंसेक्स एक बार फिर 60 हजार के पार, निफ्टी में भी आई बहार
- एलन मस्क का बड़ा ऐलान, कहा- जल्द खरीदेंगे फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड

कोलकाता: 2600 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी और हवाला कारोबार को लेकर 11 ठिकानों पर ईडी का छापा
X
कोलकाता। करीब 2600 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने कोलकाता में हवाला कारोबारियों के 11 ठिकानों पर छापा मारा है। गुरुवार सुबह से ही ईडी टीम ने सॉल्टलेक, टालीगंज, बालीगंज समेत मांडोलीना गार्डन के एक आवास सहित 11 जगहों पर छापेमारी की है।
ईडी सूत्रों के अनुसार, फर्जी दस्तावेजों के जरिए विभिन्न बैंकों में खाता खोलकर कारोबार के नाम पर करोड़ों रुपये का ऋण लेकर गबन करने, हवाला के जरिए कालेधन को सफेद करने और गैरकानूनी तरीके से विदेशी मुद्रा विनिमय कर करीब 2600 करोड़ रुपये का हेरफेर किया गया है। कुछ दिनों पहले कोलकाता के पार्क स्ट्रीट में आठ फॉरेन एक्सचेंज संस्थानों तथा कोलकाता के बड़ाबाजार क्षेत्र के पोस्ता थाना इलाके में दो हवाला कारोबारियों के ठिकाने पर भी ईडी की टीम ने छापेमारी की थी। वहां से निलेश पारिख नाम के एक कारोबारी के बारे में पता चला था, जिसने बड़ी संख्या में इस तरह का कारोबार कर हजारों करोड़ रुपये का गबन किया है। जांच में और भी कई कारोबारियों के नाम सामने आए हैं।
गुरुवार सुबह बालीगंज इलाके में स्थित नीलेश पारिख के आवास से छापेमारी की पुन: शुरुआत हुई और कोलकाता में 11 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया गया है। छापेमारी में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद होने की खबर हैं, लेकिन छापेमारी से पहले ही निलेश ने वह घर छोड़ दिया था। उसके परिवार का भी कोई सदस्य वहां मौजूद नहीं है। हालांकि, ईडी की जांच-पड़ताल में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद होने की सूचना हैं। (हि.स.)