Home > देश > राफेल पर हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित

राफेल पर हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित

राफेल पर हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित
X

नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार को दोनों सदनों में राफेल युद्धक विमान खरीद मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। उच्चतम न्यायालय की ओर से इस मामले में क्लीन चिट दिए जाने से उत्साहित सत्तापक्ष ने आक्रामक रूख अपनाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की।

वहीं, कांग्रेस इस विमान सौदे की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराए जाने की मांग को लेकर आक्रामक रही। इसके साथ ही अन्नाद्रमुक सदस्यों द्वारा कावेदी जल विवाद और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) सदस्यों द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर हंगामा जोरों पर रहा जिसके कारण दोनों सदनों की बैठक सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

शुक्रवार को लोकसभा की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस, अन्नाद्रमुक और टीडीपी सदस्य अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के आसन के समीप आकर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। वहीं, राफेल पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से उत्साहित सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य भी राहुल गांधी से मांफी मांगने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। सदन में हंगामें के कारण कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गई।

इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन में कहा कि शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद के मामले में शुक्रवार को मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी। शीर्ष अदालत ने कहा कि हमें फ्रांस से राफेल युद्धक विमानों की खरीद की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नजर नहीं आता है।

दोबारा सदन की बैठक शुरू होने पर भी सदन में हंगामा जारी रहा। भाजपा सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर 'राहुल गांधी माफी मांगो' के नारे लगा रहे थे, जबकि कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर जेपीसी गठित करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। शोरगुल और नारेबाजी के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सियासी लाभ के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि धूमिल करने हेतु राफेल मामले में देश को गुमराह करने का काम किया है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की छवि को खराब किया है इसलिए वह सदन में आकर माफी मांगें ।

इस दौरान सदन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी सदन में उपस्थित रहीं । सिंह के बयान के बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन में हंगामा करते हुए कहा कि न्यायालय ने इस मामले पर क्लीन चिट नहीं दी है, उसने इस मामले में हस्तक्षेप से इंकार भर किया है। सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच नारेबाजी और आरोप-प्रत्यारोप के चलते अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी।

उधर, राज्यसभा में भी इसी मुद्दे पर हंगामा जारी रहा। हंगामे के बीच ही सदन के नेता एवं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि विपक्षी पार्टी राफेल सौदे पर चर्चा की मांग कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल स्थगित कर इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा शुरू की जाए। राज्यसभा में भी कांग्रेस के सदस्य आसन के समीप आकर राफेल मुद्दे की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की मांग कर रहे थे। वहीं भाजपा के सदस्य अपने स्थानों से आगे आकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग कर रहे थे। हंगामें के कारण सदन की बैठक एक बार स्थगित होने के बाद उपसभापति हरिवंश ने पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी। शनिवार व रविवार के कारण राज्यसभा में भी कार्यवाही अब सोमवार को ही हो पायेगी |

Updated : 14 Dec 2018 2:39 PM GMT
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top