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निजी स्वार्थ के लिए अंतरराष्ट्रीय साजिश कर सेना का मनोबल तोड़ने का प्रयास कर रही कांग्रेस

निजी स्वार्थ के लिए अंतरराष्ट्रीय साजिश कर सेना का मनोबल तोड़ने का प्रयास कर रही कांग्रेस
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नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राफेल युद्धक विमान सौदा मामले को लेकर सरकार पर हमलावर कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि गांधी परिवार के दामाद राबर्ट वाड्रा के मित्र और रक्षा सौदों के दलाल संजय भंडारी को यह सौदा नही मिल सका इसलिए वह बौखलाई हुई है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस निजी स्वार्थ के लिए देश के सामरिक हितों से समझौता कर रही है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साजिश कर देश की सेना का मनोबल तोड़ रही है।

केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सोमवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संजय भंडारी वाड्रा के साझेदार हैं और दोनों कई रक्षा प्रदर्शनियों में साथ-साथ देखे गए, दुबई में भी वह रक्षा प्रदर्शनी में एक साथ नजर आए। उन्होंने दावा किया गांधी परिवार ने मनमोहन सरकार पर संजय भंडारी को यह सौदा दिलाने का दबाव बनाया जिस कारण यह सौदा उस वक्त रद्द हो गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि मनमोहन सरकार के कार्यकाल मे राफेल य़ुद्धक विमान सौदा क्यों रद्द हुआ था।

शेखावत ने कहा कि संजय भंडारी की कंपनी वर्ष 2008 में बनी और वह रक्षा सौदों में दलाली का काम करती है किंतु आज तक उनकी कंपनी को कोई बड़ा रक्षा सौदा न मिल सका। उन्होंने आरोप लगाया कि भंडारी और वाड्रा के व्यावसायिक लाभ पहुंचाने के लिए मनमोहन सरकार के कार्यकाल के दौरान देश के सामरिक हितों से समझौता किया गया।

कांग्रेस द्वारा राफेल सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग पर शेखावत ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस जेपीसी की जांच के जरिए इस युद्धक विमान की विशेषता की जानकारी दुश्मन देशों तक पहुंचाने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि गत 30 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि राफेल पर पेरिस से बड़ा धमाका होगा और उसके बाद फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का बयान आया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस जवाब दे कि वे कैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साजिश कर देश की सेना का मनोबल तोड़ने का काम कर रही है।

शेखावत ने कहा कि मनमोहन सरकार के दौरान जो सौदा हुआ उसके अनुसार 18 विमान चालू हालत में आयात किए जाने वाले थे जो कि सैन्य रूप से पूरी तरह लैस नही थे। उसके उलट मोदी सरकार ने सैन्य रुप से पूरी तरह लैस 18 लड़ाकू विमान आयात किए जाएंगे और 118 विमानों का देश में निर्माण होगा। कांग्रेस पूर्व के सौदे से इन विमानों की कीमत की तुलना कर देश को गुमराह करने की साजिश कर रही है। जबकि असल में पूर्व की तुलना में मौजूदा सौदा 20 प्रतिशत सस्ता है।

Updated : 24 Sep 2018 9:59 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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