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आखिर पाकिस्तान के खिलाफ क्यों उग्र हुए बलूच विद्रोही, कैसे रची आब-ए-गम स्टेशन पर साजिश
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Pakistan Train Hijack: आखिर पाकिस्तान के खिलाफ क्यों उग्र हुए बलूच विद्रोही, कैसे रची आब-ए-गम स्टेशन पर साजिश

Deepika Pal
|
11 March 2025 10:18 PM IST

जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर बलोच लिबरेशन आर्मी ने आज हमला करते हुए ट्रेन को हाईजैक कर लिया इस दौरान 100 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बनाया है।

Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान से बड़ी खबर सामने आई हैं जहां पर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर बलोच लिबरेशन आर्मी ने आज हमला करते हुए ट्रेन को हाईजैक कर लिया इस दौरान 100 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बनाया है। घटना में अब-ए-गम स्टेशन पर हाईजैक किया गया जहां जाफर ट्रेन का स्टॉपेज रहता है। बलूची घात लगाए कर रहे थे हमले का इंतजार। आखिर पाकिस्तान ऐसा क्या किया कि इसके खिलाफ बीएलए उग्र हुआ चलिए जानते हैं...

जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों पर हमले के लिए चुना आब-ए-गम स्टेशन

बीएलए ने जाफर ट्रेन को हाईजैक करने के लिए आब ए ग़म स्टेशन को चुना था। जाफ़र एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से रावलपिंडी होते हुए पेशावर तक जाती है. क्वेटा रेलवे स्टेशन से ट्रेन का प्रस्थान समय सुबह 09 बजे है और यह अगले दिन शाम 7 बजे पेशावर रेलवे स्टेशन पर पहुंचती है। इस दौरान ट्रेन का स्टॉपेज आब ए ग़म स्टेशन पड़ता है जहां बलूच आर्मी ने जाफर ट्रेन को निशाना बनाया।अब-ए-गम बलूचिस्तान प्रांत में स्थित एक छोटा सा कस्बा है, जो क्वेटा से लगभग 70 किलोमीटर दूर है. यह कस्बा जाफर एक्सप्रेस के रूट पर कोलपुर और माछ स्टेशनों के बाद आता है।

पहाड़ी और रेगिस्तानी इलाका है ये आब-ए-गम"

आब-ए-गम रेलवे स्टेशन की बात की जाए तो, अब-ए-गम" का अर्थ फारसी में गायब पानी या खोया हुआ पानी होता है, जो संभवतः इस क्षेत्र की शुष्क जलवायु और पानी की कमी होता है. यह इलाका पहाड़ी और रेगिस्तानी इलाका माना जाता है। दरअसल जाफर ट्रेन अपने इस लंबे सफर में यह कुल 40 स्टेशनों पर रुकती है. इसका रूट इस प्रकार है: क्वेटा, कोलपुर, माछ, अब-ए-गम, सिबी, बख्तियाराबाद, डेरा मुराद जमाली, डेरा अल्लाह यार, जैकोबाबाद, शिकारपुर, सख्खर आदि स्टेशन आते है।

जान से मारने की बलोच आर्मी ने दी धमकी

आपको बताते चलें कि, यहां पर पाकिस्तान पर हमले के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बलूचिस्तान पोस्ट में बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने लिखा कि, अगर हवाई हमले तुरंत बंद नहीं हुए, तो अगले एक घंटे के भीतर सभी 100 से ज्यादा बंधकों को मार दिया जाएगा। हालांकि बंधक बनाए गए महिलाओं और बच्चों को छोड़ दिया गया है। जानकारी से है कि, इस ट्रेन में पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी भी यात्रा कर रहे थे और इन लोगों को भी बंधक बनाया गया है।

बलूचिस्तान सरकार ने लागू किए आपातकालीन उपाय

आपको बताते चलें कि, इस हमले के बीच बलूचिस्तान सरकार ने आपातकालीन उपाय लागू किए हैं और स्थिति से निपटने के लिए सभी संस्थानों को जुटाया गया है। यह घटना बोलन जिले के मुश्कफ इलाके में हुई है जहां पर यह ट्रेन दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी, तभी उस पर गोलीबारी की गई। दरअसल बीएलए की मांग है कि, बलूचिस्तान आजाद हो इसके लिए कई जातीय विद्रोही समूहों में से सबसे बड़ा है, जिसने दशकों से पाकिस्तान सरकार से लड़ाई लड़ी है वह आजादी की दरकार कर रहा है।

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