
ये एक्सप्रेसवे यूपी की मजबूत होती अर्थव्यवस्था का प्रतीक है : प्रधानमंत्री
|सुलतानपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर जिले के करवल खीरी में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 341 किलोमीटर है। यह लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित गांव चौदसराय, जिला लखनऊ से शुरू होता है और यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित गांव हैदरिया में समाप्त होता है। एक्सप्रेस-वे 6 लेन चौड़ा है, जिसे भविष्य में 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है। लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग, विशेष रूप से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिलों के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा की अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में संवाद कर जौने धरती पर हनुमान जी कालनेमी के बध कि किए रहे उ धरती के लोगन के हम पांव लागित है। उन्होंने कहा तीन साल पहले जब मैंने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था तब मैंने नहीं सोचा कि इस एक्सप्रेसवे पर ही मैं विमान से उतरूंगा भी। ये एक्सप्रेसवे यूपी के विकास का एक्सप्रेसवे है, ये एक्सप्रेसवे यूपी के प्रगति का एक्सप्रेसवे है, ये एक्सप्रेसवे यूपी की मजबूत होती अर्थ व्यवस्था का एक्सप्रेसवे है।
ये एक्सप्रेसवे यूपी की शान है, ये यूपी का कमाल है, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को यूपी की जनता को समर्पित करते हुए अपने आप को धन्य महसूस कर रहा हूं। उत्तर प्रदेश में जिस तरह से राजनीति हुई, जिस तरह से लंबे समय तक सरकारें चलीं, उन्हाेंने यूपी के सर्वांगीण विकास पर ध्यान ही नहीं दिया। यूपी का यह क्षेत्र तो माफियावाद और यहां के लोगों को गरीबी के हवाले कर दिया गया था। 1857 के लड़ाई मा इहां के लोग अंग्रेजन के छठी के दूध याद देवाई दे रहें। ये धरती के कण-कण मा स्वतंत्रता संग्राम के खुशबू बा।कोइरिपुर के युद्ध भला के भुलाई सकत हये। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के सौगात मिलत बा, जेके आप सब बहुत दिन से ओगरत रहिन। आप सभई के बहुत-बहुत बधाई।
मुझे मालूम था कि जिस तरह से योगी जी की सरकार आने से पहले वाली सरकारों ने विकास में भेदभाव किया, अपने परिवार का लाभ किया, ऐसे लोगों को यूपी के लोग रास्ते से हटा देंगे। जिस तरह से यूपी में विकास हो रहा है उससे साफ है कि यूपी का भाग्य बदलना शुरू हो गया है। पहले कितनी बिजली कटौती होती थी, कौन भूल सकता है कि यूपी में कानून व्यवस्था की क्या हालत थी, यहां मेडिकल सुविधा की क्या व्यवस्था थी। पहले की सरकारों ने यूपी को ऐसा बना दिया था कि यहां राह नहीं होती थी, यहां राहजनी होती थी। यह भी एक सच्चाई है कि यूपी जैसे विशाल प्रदेश में एक शहर दूसरे शहर से दूर रहता था। पूर्वांचल के लोगों के लिए तो लखनऊ पहुचना भी महाभारत जीतने जैसा होता था।