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Lead Story
अग्निपथ योजना को लेकर मप्र, उप्र, बिहार में प्रदर्शन, कई जगह तोड़फोड़-रोड जाम
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अग्निपथ योजना को लेकर मप्र, उप्र, बिहार में प्रदर्शन, कई जगह तोड़फोड़-रोड जाम

स्वदेश डेस्क
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16 Jun 2022 1:45 PM IST

लखनऊ। सेना की नई भर्ती प्रक्रिया को लेकर गुरुवार को देश के कई राज्यों में युवाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बिहार, उप्र,हरियाणा के बाद मप्र में भी कई स्थानों पर युवक सड़क पर उतर आए है। युवकों ने चेतावनी दी है कि सरकार इस अग्निपथ योजना को वापस ले, वरना यह विरोध प्रदर्शन आंदोलन का रुप लेगा। किसान संगठन समेत कई संगठनों को साथ लेकर दिल्ली में भी प्रदर्शन करेंगे।

उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर, गोण्डा, उन्नाव, फिरोजाबाद समेत कई शहरों में सेना की नई भर्ती प्रक्रिया को लेकर अभ्यर्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने जो योजना लागू की है उससे उनका कोई हित नहीं दिख रहा है। बजट कम कर दिया गया है, जबकि एमपी, एमएलए का बजट वही है। सड़कों पर उतरे अभ्यर्थियों ने बैनर और पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस दौरान कई जगह पर छात्रों से पुलिस की झड़प हुई। बुलंदशहर में पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा है। पुलिस ने छात्रों को हिरासत में लिया है। खबर लिखे जाने तक जगह-जगह अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे थे।

रोहतक में छात्र ने जान दी -

हरियाणा के रोहतक जिले में एक युवक ने आत्महत्या कर ली। वहीँ पलवल में युवकों ने तीन गाड़ियों में आग लगा दी। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में चुनाव अभियान के लिए जा रही मोदी की रैली में विरोध जताने जा रहे युवाओं को रोका गया।

ग्वालियर में रोड जाम किया -

वहीँ मप्र के ग्वालियर जिले में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवकों ने प्रदर्शन किया। गोला का मंदिर में छात्रों ने चक्काजाम कर दिया है। बीच सड़क पर टायर जलाकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। मौके पर पुलिस बल तैनात हो गया है।

ये है स्किम -

गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की ओर से सेनाओं को यूथफुल बनाने के लिए अग्निपथ योजना लाई गई है। अग्निवीर बनने के लिए उम्मीदवारों की आयु साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए। इस योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा। ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी।

छात्रों की मांग -

जबकि छात्र अग्निपथ योजना के खिलाफ हैं। उनकी मांग है कि सेना में पूर्व की नियमावली के अनुसार स्थायी नियुक्ति हो। विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने कहा कि नई योजना के तहत सेना में बहाली होने से युवाओं का भविष्य सुरक्षित नहीं, बल्कि अंधकार पूर्ण हो जायेगा।

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