< Back
लखनऊ
यूपी सरकार का अपने सोशल मीडिया पर प्रचार करने से मिलेंगे 2 से 8 लाख तक रूपए, जानिए सीएम योगी का नया प्लान
Delhi
लखनऊ

UP News: यूपी सरकार का अपने सोशल मीडिया पर प्रचार करने से मिलेंगे 2 से 8 लाख तक रूपए, जानिए सीएम योगी का नया प्लान

Swadesh Writer
|
27 Aug 2024 11:49 PM IST

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इंफ्ल्यूसर के लिए एक बड़ी स्कीम निकाली है। जिसके जरिये इंफ्ल्यूसर 2 से 8 लाख रूपए कमा सकते है।

यूपी की योगी सरकार सोशल मीडिया इंफ्ल्यूसर के लिए नई स्कीम लेकर आई है। जिसमें वो घर बैठे आराम से पैसे कमा सकते है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X, यू ट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम के इंफ्यूलेसर को उनके फॉलोअर्स के हिसाब से अलग- अलग पैसा मिलेगा। सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर योगी सरकार के नए प्लान के हिसाब से हर महीने 2 से 8 लाख रूपए तक कमा सकते है। लेकिन इस नीति के तहत उन्हें सरकार के लिए ही काम करना होगा। ऐसा नहीं है कि कोई भी इस काम को कर लेना उससे पहले उन्हें सूचना विभाग में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। ये इसीलिए क्योंकि अगर उन्होंने बीजेपी के खिलाफ कभी भी अभद्र, अश्लील और राष्ट्र विरोधी कंटेंट डाला तो उनपर कार्रवाई हो सकती है।

यूपी सरकार का करना होगा प्रचार

इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी सरकार को यूपी में काफी घाटा हुआ। बीजेपी का प्रदर्शन काफी ख़राब था जिसकी वजह से उन्हें 29 सीटों का नुकसान भी हुआ। कुछ लोगो का ऐसा मानना है कि बीजेपी को इसीलिए हार का सामना करना पड़ा क्योकिं विपक्ष का सोशल मीडिया काफी अच्छा था। उनके मुकाबले बीजेपी का सोशल मीडिया पर पकड़ कमजोर पड़ गया। इन्ही सब कारणों से योगी सरकार ने अपना होमवर्क अभी से करना शुरू कर दिया। जिससे कि आगे आने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत न हो। इस नई नीति के तहत सोशल मीडिया इंफ्ल्यूसर को अपने पेज पर यूपी सरकार का प्रचार करना होगा।

अलग- अलग प्लेटफॉर्म के लिए बनाई कैटेगरी

X, फेसबुक और इंस्टाग्राम के इंफ्लूएंसर के लिए एक ही जैसी कैटेगरी बनाई गई है। जिनमें उन्हें उनके फॉलोवर के हिसाब से पैसे मिलेंगे। पैसो की अगर बात करूँ तो उन्हें हर महीने 5, 4, 3 और 2 लाख रुपए तक दिए जायेंगे। लेकिन यूट्यूबर के लिए सरकार ने चार तरह की कैटेगरी बनाई है। जिहे हर महीने 8, 7,6 और 4 लाख रूपए मिलेंगे। ऐसा नहीं है कि सिर्फ योगी सरकार ऐसा काम कर रही है इससे पहले राजस्थान सरकार ने भी यही काम किया था। सरकार ने यह फैसला लोकसभा चुनाव के नतीजे देखते हुए लिए है। साथ ही कार्यकर्ताओं को भी इस बात का विशेष ख्याल रखने के लिए कहा गया है कि सोशल मीडिया पर वो एक्टिविटी बढ़ाये।

Similar Posts