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लखनऊ
योगी ने कहा - कोरोना संदिग्ध मिलने पर थाना प्रभारी भी जवाबदेह
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योगी ने कहा - कोरोना संदिग्ध मिलने पर थाना प्रभारी भी जवाबदेह

Swadesh Digital
|
17 April 2020 12:06 PM IST

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि कोरोना संदिग्ध मिलने पर थाना प्रभारियों की जवाबदेही होगी। अगर लापरवाही हुई तो कार्रवाई भी संभव है। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी मुख्यमंत्री की टीम 11 की हुई बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी डीएम व एसपी को स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी सूरत में लॉकडाउन के नियमों का उल्लघंन ना हो। इसके अलावा किसी भी जगह कोरोना का संदिग्ध मिलने पर थाना प्रभारी भी जवादेही होगी। अगर लापरवाही हुई तो कार्रवाई भी संभव है।

अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हॉटस्पॉट क्षेत्रों की समीक्षा की है। उन्होंने निर्देश दिया है कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों के हर घर को सैनिटाइज किया जाए। साथ ही डोर स्टेप डिलिवरी की भी गंभीरता से निगरानी हो। राशन, दूध, सब्जी, फल और दवाओं की कमी ना हो, इसकी समीक्षा अधिकारी लगातार करते रहें।

अपर मुख्य सचिव (गृह) ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद में हुई घटना की घोर निंदा की है। साथ ही घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया था। इस संबंध में पुलिस द्वारा वीडियो फुटेज के आधार पर 17 आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। साथ ही इनके खिलाफ एनएसए के तहत केस भी दर्ज किया गया है। आरोपियों द्वारा सरकारी संपत्ति नष्ट किए जाने पर इन्हीं से भरपाई कराने का आदेश मिला है। भरपाई नहीं करने पर इनकी संपत्ति जब्त करने का निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिया है।

उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि पीलीभीत की तरह महाराजगंज भी कोरोना के प्रभाव से बाहर निकलने में जल्द ही सफल होगा। उन्होंने बताया कि महाराजगंज में कोरोना पॉजिटिव के 6 केस सामने आए थे। सभी का उपचार किया जा रहा था। उपचार के दौरान सभी 6 लोगों की पहली जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है। दूसरी रिपोर्ट अगर निगेटिव आती है कि तो यह शासन के लिए बड़ी सफलता होगी।

अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि जो लोग शासन द्वारा क्वारंटीन होने के बाद 14 दिन पूरे कर लिए हैं, उन्हें घर भेज दिया जाए। हालांकि उन्हीं लोगों को घर भेजा जा रहा है जो उसी जनपद या आसपास जनपदों के निवासी हैं। प्रदेश के बाहर वालों के लिए अभी फैसला नहीं लिया गया है। अब जो घर जा रहे हैं, उन्हें होम क्वारंटीन रहने का निर्देश मिला है।

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