< Back
Top Story
कौन हैं अजय कुमार? जो बने यूपीएससी के नए चेयरमैन, प्रीति सूदन की लेंगे जगह
Top Story

UPSC New Chairman: कौन हैं अजय कुमार? जो बने यूपीएससी के नए चेयरमैन, प्रीति सूदन की लेंगे जगह

Jagdeesh Kumar
|
14 May 2025 8:01 AM IST

संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) के नए चेयरमैन अजय कुमार बन गए हैं। जो कि प्रीति सूदन की जगह लेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मंजूरी मिलने के बाद केंद्र सरकारी ने इसकी आधिकारिक अधिसूचना जारी की। अजय कुमार देश के रक्षा सचिव भी रह चुके हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से…

जानिेए कौन हैं यूपीएससी के नए चेयरमैन?

यूपीएससी के नए अध्यक्ष अजय कुमार बने हैं। जो कि केरल कैडर के 1985 बैच के रिटायर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं। उन्होंने रक्षा सचिव जैसे कई महत्वपूर्ण पदों में काम किया है। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1962 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। अजय कुमार यूपीएससी के अध्यक्ष पद पर अक्टूबर 2027 तक बने रह सकते हैं।

अजय कुमार का करियर

अजय कुमार भारत के सबसे अच्छे सिविल सर्वेंट में से एक हैं। जो कि 23 अगस्त, 2019 से 31 अक्टूबर, 2022 तक रक्षा सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं। रक्षा उत्पादन विभाग में सचिव का पद भी संभाला है। कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के महानिदेशक सहित कई पदों पर कार्य किया है। अजय कुमार 2014 में डिजिटल इंडिया पहल को लागू करने वाली टीम का अहम हिस्सा रहे हैं।

अजय कुमार की शिक्षा - दीक्षा

कुमार के पास भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से स्नातक किया। मिनेसोटा विश्वविद्यालय से विकास अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री है और मिनेसोटा विश्वविद्यालय में कार्लसन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से व्यवसाय प्रशासन में पीएचडी की डिग्री है। कुमार को मिनेसोटा विश्वविद्यालय द्वारा दो अलग-अलग फेलोशिप प्रदान की गई तथा उनके व्यावसायिक उत्कृष्टता और राष्ट्र निर्माण प्रयासों के लिए आईआईटी कानपुर द्वारा उन्हें विशिष्ट पूर्व छात्र के रूप में मान्यता दी गई।

आयोग में खाली हैं दो पद

यूपीएससी-भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं के लिए अधिकारियों के चयन करने हेतु सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। इसमें एक अध्यक्ष और अधिकतम दस सदस्य होते हैं। वर्तमान में आयोग में दो सदस्यों के पद रिक्त हैं। इसके अध्यक्ष का चुनाव 6 वर्षों के लिए होता है।

Similar Posts