< Back
Top Story
टेकऑफ के 32 सेकंड बाद बंद हो गए थे दोनों इंजन, सामने आई पायलट की बातचीत...
Top Story

अहमदाबाद प्लेन क्रैश की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा: टेकऑफ के 32 सेकंड बाद बंद हो गए थे दोनों इंजन, सामने आई पायलट की बातचीत...

Swadesh Digital
|
12 July 2025 12:27 PM IST

12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के क्रैश को लेकर अब शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) द्वारा आज जारी की गई 15 पेज की इस रिपोर्ट में दुर्घटना का संभावित कारण सामने आया है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि टेकऑफ के तुरंत बाद विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए थे, जिससे एयरक्राफ्ट ने महज 32 सेकंड की उड़ान के बाद मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकराकर भीषण हादसे का रूप ले लिया। इस दुखद दुर्घटना में 270 लोगों की जान गई, जिनमें 241 यात्री और क्रू सदस्य शामिल थे। केवल एक व्यक्ति इस हादसे में जीवित बच पाया।

इंजन बंद होने का कारण: फ्यूल सप्लाई में बाधा

रिपोर्ट के मुताबिक, टेकऑफ के चंद सेकंड बाद ही दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच "RUN" से "CUTOFF" मोड में चले गए। इसका मतलब है कि इंजनों को ईंधन मिलना बंद हो गया और वे एक-एक कर बंद हो गए। विशेष बात यह है कि यह सब सिर्फ एक सेकंड के अंदर हुआ।

Boeing 787-8 Dreamliner में ऐसे फ्यूल स्विच होते हैं जो RUN मोड में रहने पर इंजन को ईंधन की सप्लाई देते हैं। लेकिन जब ये स्विच CUTOFF मोड में चले जाएं, तो फ्यूल सप्लाई रुक जाती है और इंजन बंद हो जाते हैं।

कॉकपिट में हैरानी और भ्रम

रिपोर्ट में दर्ज कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर के अनुसार, इंजन बंद होने के बाद एक पायलट ने साथी पायलट से पूछा

"तुमने इंजन फ्यूल बंद क्यों किया?"

इस पर जवाब मिला

"मैंने कुछ नहीं किया।"

यह बातचीत साफ संकेत देती है कि फ्यूल स्विच अपने आप बंद हो गए, जिससे तकनीकी खामी या गलती की आशंका और गहराई से जांचे जाने की आवश्यकता बनती है।

पायलटों की अंतिम कोशिशें और APU का सक्रिय होना

इंजन बंद होने के तुरंत बाद दोनों पायलटों ने स्थिति संभालने की भरपूर कोशिश की। उन्होंने फ्यूल स्विच को दोबारा RUN मोड में किया और इंजन रीस्टार्ट करने का प्रयास किया। रिपोर्ट के अनुसार, इंजन-1 कुछ हद तक चालू हुआ, लेकिन इंजन-2 पूरी तरह सक्रिय नहीं हो पाया।

साथ ही, आपात स्थिति में प्रयोग किया जाने वाला APU (Auxiliary Power Unit) भी चालू किया गया, लेकिन वह भी विमान को स्थिर करने में सफल नहीं हो सका।

फ्लाइट टेकऑफ के सिर्फ 32 सेकंड बाद क्रैश हो गई, और इतने कम समय में पुनः नियंत्रण प्राप्त करना संभव नहीं था।

तकनीकी खामी या मानवीय चूक?

रिपोर्ट में यह उल्लेख है कि अब तक की जांच में किसी तकनीकी खराबी के स्पष्ट सबूत नहीं मिले हैं। साथ ही, मौसम, पक्षी टकराव या किसी तरह की साजिश (सबोटाज) जैसे कारण भी इस हादसे के पीछे नहीं माने गए हैं। लेकिन पायलटों की प्रतिक्रिया और फ्यूल स्विच के अचानक बंद होने की वजह से यह मामला और पेचीदा हो गया है।

क्या यह सिस्टम फेलियर था या कॉकपिट में किसी अनजाने ऑपरेशन की वजह से हुआ यह हादसा? इस पर गहराई से जांच जारी है।

एयर इंडिया का बयान

हादसे पर एयर इंडिया ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा:

"हम AI171 दुर्घटना से प्रभावित परिवारों के साथ पूरी एकजुटता से खड़े हैं। हम इस कठिन समय में सभी सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें AAIB द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट की जानकारी है और हम जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं।"

Similar Posts