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आंध्र प्रदेश शराब घोटाला मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, कई घंटे पूछताछ के बाद YSRCP सांसद मिधुन रेड्डी गिरफ्तार
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Liquor Scam Case: आंध्र प्रदेश शराब घोटाला मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, कई घंटे पूछताछ के बाद YSRCP सांसद मिधुन रेड्डी गिरफ्तार

Jagdeesh Kumar
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20 July 2025 6:59 AM IST

मिथुन रेड्डी पिछले दो बार से आंध्र प्रदेश के राजमपेट लोकसभा सीट से सांसद हैं, उन पर 3200 करोड़ के शराब घोटाले में शामिल होने के आरोप हैं।

आंध्र प्रदेश शराब घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। वाईएसआरसीपी के लोकसभा सांसद पीवी मिधुन रेड्डी को कई घंटे पूछताछ के बाद गिरफ़्तार कर लिया गया है। उन पर पिछली सरकार के समय 32,00 करोड़ रुपए के शराब घोटाले मामले में शामिल होने के आरोप हैं। इस मामले की जाँच कर रही विशेष जांच दल (SIT) ने उन्हें गिरफ़्तार किया है और अब उनसे कई अहम सवाल किए जाएंगे।

सोमवार को कोर्ट में हो सकती है पेशी

मिली जानकारी के मुताबिक मिथुन रेड्डी एक लोकसभा सांसद हैं, जो कि पिछले दो बार से आंध्र प्रदेश के राजमपेट लोकसभा सीट से चुनकर आते हैं। उनके गिरफ़्तार होने की पुष्टि प्रदेश की गृह मंत्री वंगलापुड़ी अनिता ने की और कहा कि “उन्हें(मिथुन रेड्डी) को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया चल रही है।” संभावित है कि एसआईटी उन्हें कल यानी सोमवार को कोर्ट में पेश करके रिमांड माँग सकती है।

क्या है आंध्र प्रदेश शराब घोटाला का पूरा मामला?

दरअसल, पिछली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी यानी जगन मोहन रेड्डी सरकार में प्रदेश में क़रीब 3200 करोड़ का शराब घोटाला हुआ था। इस मामले में मुख्य आरोपी तात्कालीक मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के आईटी सलाहकार कासिरेड्डी राजा शेखर रेड्डी को बनाया गया, जिसे 21 अप्रैल को हैदराबाद हवाई अड्डे से गिरफ़्तार किया गया है। राजा शेखर रेड्डी पर आरोप है कि वो हर महीने 50 से 60 करोड़ रुपए की रिश्वत लेकर लोकप्रिय शराब ब्रांडों को बंद करते और 'ब्लू-आइड ब्रांड्स' (पसंदीदा ब्रांडों) को बढ़ावा देते थे।

कई बड़े नाम के शामिल होने की अशंका

इस शराब घोटाले मामले में कई अन्य बड़े नाम शामिल होने की अशंका है। इसमें वासुदेव रेड्डी, सत्य प्रसाद, मिधुन रेड्डी, पूर्व वाईएसआरसीपी नेता वी विजय साई रेड्डी, सज्जला श्रीधर रेड्डी, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी धनुंजय रेड्डी, कृष्ण मोहन रेड्डी और बालाजी गोविंदप्पा का नाम शामिल है। एसआईटी का मानना है कि राजा रिश्वत के पैसे मिधुन रेड्डी और अन्य को भेजता था।

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