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मेरठ: हथियार बनाने की फैक्टरियों का STF ने किया भंडाफोड़, 8 गिरफ्तार; 133 अवैध हथियार बरामद
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मेरठ: हथियार बनाने की फैक्टरियों का STF ने किया भंडाफोड़, 8 गिरफ्तार; 133 अवैध हथियार बरामद

Swadesh Lucknow
|
27 March 2021 4:15 PM IST

एसटीएफ की टीम ने टीपी नगर के मलियाना में रहने वाले शफीक उर्फ शफीकुद्दीन और तबरेज उर्फ तब्बू को गिरफ्तार किया।

मेरठ। पंचायत चुनाव से पहले हिंसा फैलाने की साजिश नाकाम करते हुए एसटीएफ की टीम ने जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चार जगह रेड की। इस दौरान एसटीएफ टीम ने अवैध हथियारों की बड़ी फैक्ट्री पकड़ी है। एसटीएफ और मेरठ पुलिस ने जिले में अलग अलग जगह छापेमारी करके 133 से ज्यादा अवैध तमंचा, पिस्टल ओर बंदूके, बरामद किए हैं। साथ ही 2 हथियार बनाने की फैक्ट्री का भी पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर पुलिस की नाक के नीचे हथियारों की अवैध फैक्ट्री चल कैसे रही थी।

दो जगहों पर चल रही थी फैक्ट्री

मेरठ रेंज के एसएसपी अजय साहनी ने पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि एसटीएफ के सीओ बृजेश कुमार के इनपुट पर एसटीएफ की टीम ने टीपी नगर के मलियाना में रहने वाले शफीक उर्फ शफीकुद्दीन और तबरेज उर्फ तब्बू को गिरफ्तार किया। यह दोनों लोग शफीक के घर में बेहद अत्याधुनिक तरीके से हथियारों की फैक्ट्री चला रहे थे। मौके से भारी मात्रा में अवैध हथियार और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए। इन्हीं लोगों की निशानदेही पर ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में छापेमारी करते हुए भावेंद्र उर्फ गुल्लू और फारुख को भी गिरफ्तार किया गया। इसी के साथ लिसाड़ी गेट में फैक्ट्री चला रहे अली हसन, आकिल और अनस उर्फ चुहिया को भी गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद किठौर थाना क्षेत्र में इन हथियारों को छुपा कर रखने वाले इसरार नाम के बदमाश को गिरफ्तार किया गया। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि पुलिस और एसटीएफ की टीम ने आठ बदमाशों को गिरफ्तार किया है। सभी बदमाशों के पास से 135 देसी पिस्टल और तमंचो सहित भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण व कारतूस भी बरामद किए गए हैं। पूछताछ के दौरान जानकारी मिली है कि इन हथियारों की खपत पंचायत चुनाव के दौरान की जानी थी।

पंचायत चुनाव में रहती है भारी डिमांड

मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र में हथियार बनाने की यह फैक्ट्री चोरी छुपे चलाई जा रही थी। इस फैक्ट्री में बनने वाले तमंचे 1500 से 5000 तक बेचे जाते हैं। साथ ही पिस्टल 22 से 30 हजार तक बिक जाती है। ग्राम प्रधानी और पंचायत चुनाव को लेकर अवैध हथियारों की भारी डिमांड रहती है। ऐसे में इस कारखाने में काम धड़ल्ले से चल रहा था। एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने सबसे पहले टीपी नगर के मलियाना में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया। जहां से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन्हीं की निशानदेही पर ब्रह्मपुरी में भी छापेमारी की गई। जिसके बाद लिसाड़ी गेट और किठौर के गांव राधना में मेरठ पुलिस ने छापा मारा। यहाँ भारी मात्रा में अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया है। अहम बात यह है कि अवैध हथियारों क्या यह गोरखधंधा एक लीगल व्यापार की तरह चलाया जा रहा था? जो इसके लिए बकायदा होलसेलर बनाया गया था। जो फैक्ट्री से अवैध हथियार खरीद कर फुटकर हथियार सप्लायर को बेचता था। वहीं पुलिस की इस कामयाबी पर अपर मुख्य सचिव ने खुलासा करने वाली पुलिस की इस टीम को दो लाख का इनाम देने की घोषणा की है।

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