उत्तरप्रदेश
हिंदुत्व ही भारत की आत्मा है, जो “सर्वे भवन्तु सुखिनः” के लिए गतिमान है-प्रांत प्रचारत
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हिंदुत्व ही भारत की आत्मा है, जो “सर्वे भवन्तु सुखिनः” के लिए गतिमान है-प्रांत प्रचारत

स्वदेश डेस्क
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17 Dec 2025 11:41 AM IST

प्रतापगढ़:हिंदू धर्म किसी एक मत, मजहब या पंथ का नाम नहीं है, बल्कि अनेक मतों और मजहबों को यह अपने भीतर समाहित किए हुए है। आज विश्व अनेक प्रकार की समस्याओं से जूझ रहा है, और इनका समाधान दुनिया के तमाम विद्वान भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म की परंपराओं में तलाश रहे हैं।

उक्त विचार मंगलवार को रूपापुर बस्ती में स्थित ओम साई पैलेस में हिन्दू समाज की एकता, जागृति और समाज को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आयोजित विराट हिन्दू सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश ने व्यक्त किए।

हिंदुत्व और भारतीय संस्कृति की ताकत

उन्होंने कहा कि दुनिया हमारी ओर आशा भरी दृष्टि से देख रही है और हमें उनके मार्गदर्शन के लिए स्वयं को तैयार करना होगा। हिंदू और हिंदुत्व भारत की आत्मा हैं, जो “सर्वे भवन्तु सुखिनः” के लिए कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू समाज के संगठित होने से ही भारत की संस्कृति समृद्ध होगी और राष्ट्र का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा।

भारत प्राचीन काल से ही वैभवशाली और समृद्ध रहा है, किंतु आपसी मतभेदों के कारण समय-समय पर देश की सीमाएं संकुचित होती चली गईं। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलन से किया गया। इस अवसर पर उपस्थित साधु-संतों, महात्माओं एवं अतिथियों ने सनातन संस्कृति के उत्थान का संकल्प लिया।

विशिष्ट अतिथि पतंजलि योग पीठ महिला प्रमुख वंदना ने कहा कि हिंदुत्व की सुरक्षा के लिए हमें अपने परिवार को हिंदू रीति-नीति के अनुसार चलाने की आवश्यकता है। मुख्य अतिथि अधिवक्ता राधे श्याम शुक्ल ने कहा कि हिन्दू संस्कृति सबको जोड़ने वाली संस्कृति है।

कार्यक्रम में हिंदुत्व पर आधारित भजन गायन, कवि सम्मेलन, नाट्य मंचन, सामूहिक हनुमान चालीसा और भारत माता की आरती मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। इस मौके पर विशिष्ट अतिथियों राजेंद्र दुबे, अति विशिष्ट अतिथियों राजाराम सरोज, उमा दीदी, साध्वी विभा ने भी अपने विचार व्यक्त किए और हिन्दू एकता एवं सांस्कृतिक गौरव का सशक्त संदेश दिया।

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