
सलमान की गिरफ्तारी में दो पुलिसकर्मियों की दोस्ती बनी सफलता की कड़ी
|रायसेन जिले के गौहरगंज थाना क्षेत्र में ज्यादती के बाद फरार हुए सलमान की गिरफ्तारी के पीछे पुलिस विभाग के दो युवाओं की दोस्ती सफलता की महत्वपूर्ण कड़ी बनी। दरअसल, कभी भोपाल में कांस्टेबल के रूप में भर्ती होने के बाद एसआई श्याम राज सिंह परीक्षा देकर आगे बढ़ गए, लेकिन उनके साथ ड्यूटी करने वाले हवलदार मित्र की जागरूकता से आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
भाई-भाभी ने भी दूरी बनाई
आरोपी सलमान मूलतः सीहोर जिले के श्यामपुर दोराहा का निवासी है। परिवार रोजगार की तलाश में पहले भोपाल आया था। यहां हनुमानगंज इलाके में सलमान पुताई का काम करता था। इसी दौरान उसने चोरी की वारदात के अलावा एक युवक को चाकू मारकर घायल कर दिया था। उसकी हरकतें शुरू से ही आपराधिक रही थीं। इसलिए उसके बड़े भाई और भाभी ने उससे दूरी बना ली और रायसेन के गौहरगंज में जाकर बस गए। कुछ समय बाद सलमान भी अपनी मां को लेकर वहीं रहने चला गया और क्रेशर में काम करने लगा।
चाय के होटल में कर रहा था काम
पूछताछ में सलमान ने बताया कि वह जंगल के रास्ते बायपास पर आया, जहां से बस और लिफ्ट की मदद से अयोध्या बायपास पहुंच गया। वहां से इधर-उधर घूमते हुए वह गांधी नगर पहुंचा और जीवन-यापन के लिए एक चाय की होटल में काम करने लगा। पुलिस चाय की होटल संचालक से भी पूछताछ कर रही है। रायसेन पुलिस का कहना है कि उसकी फरारी में जिसने भी मदद की है, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
हवलदार की सूझबूझ आई काम
खजूरी सड़क थाने में तैनात हवलदार राहुल गुरु पहले गांधी नगर में पदस्थ थे, जिससे उनकी क्षेत्र में अच्छी पैठ है। आरोपी सलमान की तस्वीर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंच चुकी थी। तस्वीर देखकर राहुल गुरु ने एसआई श्याम राज सिंह को भेजी। तस्वीर देखकर साफ हो गया कि वह सलमान ही है। आरोपी कहीं भाग न जाए, इसलिए राहुल गुरु को ही मौके पर निगरानी के लिए भेजा गया और वहीं से उसकी गिरफ्तारी की सफलता मिली।
दोनों के पिता पुलिस अधिकारी
श्याम राज सिंह और राहुल गुरु जिगरी दोस्त हैं। दोनों में समानता यह है कि दोनों के पिता भोपाल में पुलिस अधिकारी रहे हैं। राहुल गुरु के पिता भोपाल में सीएसपी थे, जबकि श्याम राज सिंह के पिता थाना प्रभारी के पद से सेवानिवृत्त हुए। श्याम राज सिंह ने कांस्टेबल रहते हुए भोपाल क्राइम ब्रांच में भी काम किया है। वर्तमान में वे सुल्तानगंज थाने के प्रभारी हैं। रायसेन एसपी आशुतोष गुप्ता ने 30 हजार रुपये के इनाम की सूची में हवलदार राहुल गुरु का नाम भी शामिल किया है।