
तीन चुनौतियों से जूझ रही है मोहन सरकार-उमा भारती
|निवेश जमीन पर उतारने सहित भ्रष्टाचार पर पूर्ण नियंत्रण की बताई जरूरत
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने डॉ. मोहन यादव सरकार के सामने तीन चुनौतियां गिनाईं। इनमें निवेश प्रस्ताव को जमीन पर उतारना, शराबबंदी की प्रभावी नीति लागू करना और भ्रष्टाचार पर पूर्ण नियंत्रण की आवश्यकता शामिल है।
साथ ही उन्होंने संगठन के मामलों में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि न तो मैं हाशिए पर हूं और न ही कोई भूमिका तलाश रही हूं।
इसके पहले उन्होंने शराबबंदी का मामला उठाया और कहा कि शराबबंदी बहुत जरूरी है। इसे धीरे-धीरे लागू किया जा सकता है। इसके लिए समाज धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है।
लव जिहाद को लेकर उन्होंने कहा कि यदि कोई लड़का धर्म छुपाकर लड़की से मिलता है और शादी के बाद कहता है कि "मैं मुसलमान हूं, धर्म बदल लो", तो यह लव जिहाद है। उन्होंने हिंदू एकता को मजबूत करने के लिए अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
यह भी कहा
गोपालन के लिए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में गायों की मौत रोकने हेतु सड़क किनारों पर तारबंदी आवश्यक है। इसके लिए सड़क पर उतरने तक की तैयारी की जानी चाहिए।
सिंहस्थ 2028 के लिए प्रस्तावित लैंड पूलिंग को पूरी तरह निरस्त कर इसे पिछली परंपरा के अनुसार ही आयोजित किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. मोहन यादव एक सरल और पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। उन्हें पूर्ववर्ती सरकार के कामों को भी आगे बढ़ाना चाहिए।