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मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के 5 और छत्तीसगढ़ के 1 जिले में होगी मॉक ड्रिल, जल्द जारी होगी SOP

Mock Drill(फाइल फोटो)

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Mock Drill: मध्यप्रदेश के 5 और छत्तीसगढ़ के 1 जिले में होगी मॉक ड्रिल, जल्द जारी होगी SOP

Gurjeet Kaur
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6 May 2025 3:49 PM IST

Mock Drill : पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। तनाव और दिल्ली में हुई हाई लेवल मीटिंग के बीच गृह मंत्रालय ने मॉक ड्रिल के लिए राज्यों को निर्देश दिया है। देश भर के 244 जिलों में 7 मई को मॉक ड्रिल होगी। इसी के तहत मध्यप्रदेश के 5 और छत्तीसगढ़ के 1 जिले में भी इस ड्रिल का आयोजन किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश में राजधानी भोपाल समेत जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर और कटनी में यह मॉक ड्रिल होगी। छत्तीसगढ़ की बात की जाए तो वहां दुर्ग में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारी की जा रही है। गौरतलब है कि, 6 मई को शाम को गृह मंत्रालय मॉक ड्रिल के लिए एसओपी जारी करेगा।

देश के 244 जिलों में 7 मई 2025 को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल की योजना बनाई गई है। भाजपा संसदीय दल कार्यालय ने सभी भाजपा सांसदों से इस ड्रिल में आम नागरिक की तरह भाग लेने और स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने को कहा है। प्रदेश अध्यक्षों से भी अनुरोध किया गया है कि वे वरिष्ठ पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों के साथ मिलकर इस ड्रिल को सुचारू रूप से क्रियान्वित करें।

नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ने और पहलगाम आतंकी हमले पर भारतीय सेना की संभावित प्रतिक्रिया को लेकर बढ़ते तनाव के बीच केंद्र ने सोमवार को उत्तरी और पश्चिमी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया कि वे शत्रुतापूर्ण हमले की स्थिति में नागरिक सुरक्षा तंत्र का परीक्षण करें और उसे मजबूत करें।

गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा समेत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 7 मई को मॉक ड्रिल करने को कहा है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन चालू करने, चुनिंदा इलाकों में क्रैश ब्लैकआउट उपायों को लागू करने और छात्रों समेत नागरिकों को हवाई या जमीनी हमले के दौरान पालन किए जाने वाले सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में प्रशिक्षित करने को कहा गया है।

अन्य प्रमुख उपायों में निकासी योजनाओं का पूर्वाभ्यास करना और बिजली संयंत्रों और सैन्य-संबंधित बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को पहले से ही छिपाना शामिल है।

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