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मध्यप्रदेश
IAS Niaz Khan

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IAS Niaz Khan: देश में हर तरफ नफरत का माहौल...केवल ब्राह्मण ही - आईएएस नियाज खान ने सोशल मीडिया पर कही यह बात

Gurjeet Kaur
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24 March 2025 8:14 AM IST

IAS Niaz Khan Statement : मध्यप्रदेश। आईएएस नियाज खान अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। सोमवार को उन्होंने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ब्राह्मणों को लेकर बयान दिया है। भारत और ब्राह्मणों को लेकर कई किताब लिख चुके नियाज खान ने पिछली बार भारतीय मुसलामानों को लेकर एक बयान दिया था। जिसके बाद उनके बयान को लेकर खूब बहस हुई थी।

IAS नियाज खान ने कहा - "देश में हर तरफ नफरत का माहौल है वह केवल और केवल ब्राह्मण ही ठीक कर सकते हैं। एक ब्राह्मण अकेला कई हज़ार के बराबर होता है। इतिहास भी ब्राह्मणों ने ही बदला था। ब्राह्मण देश के केंद्र बिंदु हैं। शक्तिशाली राष्ट्र के लिए नफ़रत ख़त्म होना ही चाहिए। ब्राह्मण आगे आएं, नफ़रत ख़त्म करें।

इसके पहले आईएएस नियाज खान ने कहा था कि, 'इस्लाम तो अरब का धर्म है। यहां तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुस्लिम बनाए गए थे। इसलिए भले ही धर्म अलग अलग हों लहू तो एक है। सभी एक संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर जो मुस्लिम अरब के लोगों को आदर्श मानते हैं वे पुनर्विचार करें। सर्वप्रथम हिंदुओं को अपना भाई माने बाद में अरब को।'

जब उनके इस बयान पर कंट्रोवर्सी हुई तो उन्होंने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा - 'जब मैंने कहा कि प्राचीन भारत में सिर्फ हिंदू ही थे तथा इस्लाम बाद में आया, इसका उद्देश्य चापलूसी करना या किसी को ख़ुश करने के लिए मैंने नहीं कहा। मैं लेखक हूँ इसलिए सत्य बोलता हूं। मुस्लिम भाइयों को इसे बुरा नहीं मानना चाहिए। सत्य को खुले मन से लेना चाहिए। मैं भी तो मुस्लिम हूँ।'

कौन हैं आईएएस नियाज खान :

नियाज खान एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं। उनका जन्म 1970 में छत्तीसगढ़ में हुआ था। पहले वे राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। उन्हें प्रमोट कर आईएएस बनाया गया। वे वर्तमान में मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (PWD) में उप सचिव के पद पर कार्यरत हैं।

नियाज खान एक लेखक भी हैं, जिन्होंने अब तक कई उपन्यास लिखे हैं। उनके कुछ उपन्यास विवादों में भी रहे हैं। उनकी लेखन शैली और विचारधारा अक्सर सुर्खियों में रहती है। उनकी पहली नियुक्ति एक अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM) के रूप में हुई थी। लेखन में रुचि के चलते उन्होंने सात से अधिक उपन्यास लिखे। जिनमें "ब्राह्मण: द ग्रेट" और "वॉर ऑफ कलियुग" जैसे कार्य शामिल हैं।

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