
मुस्लिम बहुल बस्ती में हिंदू परिवारों का पलायन,अधिवक्ता वीणा गौतम बोलीं- मेरी संपत्ति पर हैं नजरें
|भोपाल की एक मुस्लिम बहुल बस्ती, जहां कभी हिंदू परिवारों की संख्या अधिक थी, वहां अब केवल दो हिंदू परिवार ही शेष बचे हैं। इन्हीं में से एक परिवार अधिवक्ता वीणा गौतम का है। उनका आरोप है कि इलाके में धीरे-धीरे हिंदू परिवारों के पलायन के बाद अब बचे हुए मकानों को बेहद कम कीमत पर खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। विरोध करने पर उन्हें और उनके पति को पुलिस की मदद से थाने की गुंडा सूची में शामिल कर दिया गया।
यह पीड़ा अधिवक्ता वीणा गौतम ने दैनिक स्वदेश से साझा की। वे ओल्ड सुभाष नगर स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की अभिरुचि पार्क-2 में अपने पति संदीप गौतम के साथ निवास करती हैं। यह मकान वर्ष 1980 में उनके ससुर एस.पी. गौतम ने खरीदा था। संदीप गौतम मनरेगा में सरकारी सेवा में कार्यरत हैं।
वीणा गौतम ने बताया कि वे सोसायटी की अध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा वे नरेला विधानसभा में विधि प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। उनके पिता खूबचंद गोलिया देवास जिले की सोनकच्छ विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। उनका कहना है कि समाज सेवा की भावना उन्हें बचपन से मिली है।
वीणा गौतम का आरोप है कि उनकी शिकायतों और सूचनाओं पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने हमेशा उनके पड़ोसी सैयद सद्दाम अली का पक्ष लिया। कई बार डायल-100 पर कॉल करने के बाद ऐशबाग थाने की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन स्थिति देखकर बिना किसी कार्रवाई के लौट गई।
उन्होंने बताया कि घर के सामने असामाजिक तत्वों द्वारा हंगामा किए जाने के कई वीडियो और तस्वीरें उनके पास हैं, जिन्हें उन्होंने विभिन्न माध्यमों से साझा भी किया है। उनका कहना है कि बीते डेढ़ दशक में इलाके की जनसंख्या संरचना में तेजी से बदलाव हुआ है, जिससे हिंदू परिवारों का पलायन बढ़ा है और बस्ती में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
वीणा गौतम ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले सैयद सद्दाम अली से उनकी पुरानी रंजिश है, जिसके चलते उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। उनका आरोप है कि इसी विवाद के चलते निरीक्षक और उप निरीक्षक ने मिलकर उन्हें और उनके पति को थाने की गुंडा सूची में शामिल किया।