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मध्यप्रदेश
Bhopal Lokayukta Action

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भोपाल लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई: मैडम ने रिश्वत लेने के लिए भेजा था आउटसोर्स कर्मचारी, लाखों रुपए लेते रंगे हाथों ट्रेप

Gurjeet Kaur
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6 April 2025 8:44 PM IST

Bhopal Lokayukta Action : मध्यप्रदेश। भोपाल लोकायुक्त ने रविवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। भोपाल लोकायुक्त ने राजगढ़ के मत्स्य महासंघ से जुड़े दो आरोपियों के खिलाफ रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया है। इस कार्रवाई में लोकायुक्त की टीम ने एक आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। खबर में ट्विस्ट यह है कि, पकड़ा गया आरोपी आउटसोर्स कर्मचारी है।

क्या है मामला: दरअसल, इंदौर के 40 सदर बाजार मेन रोड निवासी अनवर कादरी पिता असलम खान, जो पेशे से मछली व्यवसायी हैं, ने जिला राजगढ़ के कुंडलियां डैम का मत्स्य पालन ठेका नवंबर 2024 में 7 साल के लिए लिया था। आवेदक का आरोप है कि जिला मत्स्य महासंघ की अधिकारी सुरेखा सराफ ने ठेके का काम सुचारू रूप से चलाने के लिए झूठी कार्रवाई में फंसाने की धमकी दी और शासन को रिपोर्ट भेजकर टेंडर निरस्त करने का दबाव बनाया। इसके एवज में उनसे रिश्वत की मांग की जा रही थी। रिश्वत के कलेक्शन के लिए मैडम ने आउटसोर्स कर्मचारी को भेजा था।

परेशान होकर अनवर कादरी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त भोपाल के पुलिस अधीक्षक दुर्गेश राठौर से की। शिकायत के सत्यापन में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद लोकायुक्त ने कार्रवाई की योजना बनाई।

ट्रैप ऑपरेशन : 6 अप्रैल 2025 को पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त भोपाल के निर्देश पर निरीक्षक रजनी तिवारी के नेतृत्व में एक ट्रैप दल गठित किया गया। ट्रैप दल ने आरोपी मुबारिक गौरी (उम्र 40 वर्ष, पिता अब्दुल समद गौरी), जो मत्स्य महासंघ का आउटसोर्स कर्मचारी है, को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। लोकायुक्त के अनुसार, ट्रैप की कार्रवाई अभी जारी है।

आरोपियों पर कार्रवाई : मुख्य आरोपी सुरेखा सराफ (जिला मत्स्य महासंघ अधिकारी) और मुबारिक गौरी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7 और 12 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

ट्रैप दल के सदस्य में निरीक्षक रजनी तिवारी, निरीक्षक घनश्याम मर्सकोले, प्रधान आरक्षक रामदास कुर्मी, प्रधान आरक्षक श्रीमती नेहा परदेसी, आरक्षक मुकेश परमार, आरक्षक विनोद यादव और आरक्षक चैतन्य प्रताप सिंह शामिल रहे। लोकायुक्त संगठन ने इस कार्रवाई से भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सख्त नीति को फिर से उजागर किया है। आगे की जांच और कार्रवाई जारी है।

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