
कवायद फेलः एम्स-सुभाष नगर मेट्रो की शुरुआत अब अगले साल होगी
|मेट्रो शुरूआत पर सीएमआरएस का रिटायरमेंट
राजधानी में मेट्रो के शुरू होने पर मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) के रिटायरमेंट का ग्रहण लग गया है। अब नए सीएमआरएस के आने के बाद एम्स से सुभाष नगर मेट्रो का अंतिम निरीक्षण होगा। फिलहाल, अब नए साल में उक्त मेट्रो के शुरू होने की संभावना है। इस कारण नवंबर में मेट्रो की सुविधा निवासियों को नहीं मिल पाएगी। लोगों को मेट्रो का पटरी पर उतरने के लिए तीन से चार माह और इंतजार करना होगा। बता दें कि राज्य सरकार ने इसे नवंबर में चलाने का दावा किया था, लेकिन अब तक सीएमआरएस की फाइनल विजिट पूरी नहीं हो पाई है।
सीएमआरएस का रिटायरमेंट और दूसरी विजिट
मिली जानकारी के अनुसार, दो माह पहले सीएमआरएस जनक कुमार गर्ग एक विजिट कर चुके थे। उन्हें दूसरी बार मेट्रो स्टेशनों की विजिट के लिए आना था, लेकिन 31 अक्टूबर को उनका रिटायरमेंट हो गया। ऐसे में अब नए सीएमआरएस के आने के बाद ही मेट्रो स्टेशनों का निरीक्षण होगा।
मेट्रो के दूसरे फेज में निर्माण कार्य
मेट्रो के दूसरे फेज में जिंसी चौराहे से डीमार्ट चौराहे तक पिलर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। जिंसी पर मेट्रो रेलवे स्टेशन पहले बनाया जाएगा। फिलहाल, मेट्रो स्टेशनों में कई अधूरे काम बचे हैं। ऐसे में भोपाल मेट्रो का संचालन अब अगले साल फरवरी तक होने की संभावना है।
भारी वाहनों की प्रवेश प्रतिबंध
अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो कंपनी ने उक्त सड़क पर चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। जल्दी ही यहां सड़क के किनारे लगे बिजली पोल भी हटाए जाएंगे।
निरीक्षण का महत्व
मेट्रो के संचालन से पहले आयुक्त मेट्रो सुरक्षा की टीम दो बार निरीक्षण करती है। पहली बार सीएमआरएस गर्ग की टीम ने भोपाल मेट्रो के कॉरिडोर और मेट्रो रैक का निरीक्षण कर लिया है। इस पर उन्होंने मेट्रो रैक और ट्रैक के कार्यों को लेकर संतोष भी जताया है। हालांकि, अभी इसकी रिपोर्ट नहीं आई है क्योंकि मेट्रो स्टेशनों का दूसरा सीएमआरएस विजिट होना बाकी है।
प्रायोरिटी कॉरिडोर और स्टेशनों की जानकारी
जिस प्रायोरिटी कॉरिडोर में मेट्रो का संचालन होना है, वह पूरी तरह बनकर तैयार है। इस रूट पर 8 मेट्रो स्टेशन बनाए जा चुके हैं। इनमें क्रमशः रानी कमलापति, सुभाष नगर, केंद्रीय विद्यालय, डीबी माल, एम्स, अलकापुरी और डीआरएम ऑफिस मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। हालांकि अभी कुछ स्टेशनों पर फिनिशिंग का काम चल रहा है। अब केवल नए कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी का निरीक्षण बाकी है। इसके बाद ही मेट्रो शुरू हो सकेगी।