
कूनो में बढ़ेगी जंगल की शान, अफ्रीका से भारत आ रहे 8 चीते
|अफ्रीका के बोत्सवाना से 8 चीते अगले महीने भारत रवाना होंगे। इनका फिलहाल बोत्सवाना में मेडिकल जांच और क्वारंटाइन चल रहा है। इस नए बैच के साथ मध्यप्रदेश में चीते की संख्या कुल 27 हो जाएगी।
27 चीतों में 16 भारतीय धरती पर पैदा हुए
मध्यप्रदेश में पहले से मौजूद 27 चीतों में 16 भारतीय धरती पर पैदा हुए हैं। इनमें से 24 कूनो राष्ट्रीय उद्यान में और 3 गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में रह रहे हैं। चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत 17 सितंबर 2022 को हुई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को कूनो में छोड़ा। फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते आए थे। भारत में जन्मे 10 शावक विभिन्न कारणों से अब नहीं हैं, जबकि कूनो में अब तक 26 शावक जन्म ले चुके हैं।
दक्षिण अफ्रीकी टीम का दौरा
भारत भेजे जाने से पहले दक्षिण अफ्रीकी टीम ने कूनो और गांधी सागर अभयारण्य का निरीक्षण किया। टीम में एंथनी मिशेल, काम चेट्टी, सैम फरेरा और बेंट कवरडेल शामिल थे।
एक माह तक क्वारंटाइन
बोत्सवाना में रखे गए 8 चीते (2 नर और 6 मादा) एक महीने तक क्वारंटाइन में रहेंगे। भारत आने से पहले इनकी पूरी मेडिकल जांच की जाएगी। परियोजना के निदेशक उत्तम वन अधिकारी के अनुसार तीसरे बैच के लिए सभी बाड़े और सुविधाएं पहले से तैयार हैं।