< Back
खेल
Lakshya Sen beats Christie

Lakshya Sen beats Christie

खेल

All England: लक्ष्य सेन ने क्रिस्टी को हराकर ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह, मालविका टूर्नामेंट से बाहर...

Rashmi Dubey
|
14 March 2025 3:44 PM IST

Lakshya Sen beats Christie: भारत के लक्ष्य सेन ने गुरुवार को आल इंग्लैंड चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी जोनाथन क्रिस्टी को सीधे गेम में 21-13, 21-10 से हराकर पुरुष एकल क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई। इस जीत के साथ ही उन्होंने क्रिस्टी के खिलाफ अपना रिकॉर्ड 3-4 कर लिया। लक्ष्य ने पूरे मुकाबले में अपने दबदबे को बनाए रखा और महज 36 मिनट में एकतरफा जीत हासिल की।

वहीं, महिला एकल में मालविका बंसोड की हार के साथ भारत की महिला खिलाड़ी का अभियान समाप्त हो गया। यह जीत पेरिस ओलंपिक के बाद क्रिस्टी के खिलाफ लक्ष्य का पहला मुकाबला था, जिसमें उन्होंने शानदार अंदाज में जीत दर्ज की।

महिला खिलाड़ियों का अभियान समाप्त

मालविका बंसोड का आल इंग्लैंड चैंपियनशिप में सफर प्री क्वार्टरफाइनल में समाप्त हो गया, जहां उन्हें दो बार की विश्व चैंपियन अकाने यामागुची के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। यामागुची ( दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी हैं) ने मालविका को महज 33 मिनट में 21-16, 21-13 से सीधे गेम में हराया। इस जीत के साथ यामागुची का मालविका के खिलाफ जीत का रिकॉर्ड 4-0 हो गया है। इससे पहले बुधवार को दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू भी महिला एकल से बाहर हो गई थीं, जिससे भारत की महिला खिलाड़ियों का अभियान समाप्त हो गया।

रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी का कमाल

सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी आल इंग्लैंड चैंपियनशिप के पुरुष युगल वर्ग के दूसरे दौर में पहुंच गई। पिछले महीने अपने पिता के निधन के बाद कोर्ट पर वापसी करने वाले सात्विक और चिराग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए डेनमार्क के डेनियल लुंडगार्ड और मैड्स वेस्टरगार्ड को 40 मिनट तक चले मुकाबले में 21-17, 21-15 से हराया। अब, यह जोड़ी अगले दौर में चीन के हाओ नान शि और वेइ हान जेंग से मुकाबला करेगी।

जीत के बाद सात्विक साइराज रंकीरेड्डी ने अपनी ऊंगली आसमान की ओर उठाई और ऊपर देखा, जैसे वह अपने पिता को तलाश रहे हों। उन्होंने कहा, "यह बहुत कठिन है, लेकिन जीवन ऐसा ही है। वहीं, चिराग शेट्टी ने सात्विक की हिम्मत की सराहना करते हुए कहा, "सात्विक ने इतना कुछ झेला और फिर भी यहां खेलने का फैसला किया। कोई और ऐसा नहीं कर सकता था। वह काफी मजबूत है और मुझे गर्व है कि वह मेरा जोड़ीदार है।"

Similar Posts