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तीसरे दिन खिलाड़ियों ने क्यों पहनी ब्लैक आर्मबैंड? जानिए इसका असली कारण
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IND vs ENG, 1st Test: तीसरे दिन खिलाड़ियों ने क्यों पहनी ब्लैक आर्मबैंड? जानिए इसका असली कारण

Rashmi Dubey
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22 Jun 2025 5:07 PM IST

who was David 'Syd' Lawrence: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच 20 जून से खेला जा रहा है, जिसका आज तीसरा दिन है। पहले दिन दोनों टीमों ने अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए काली पट्टी बांधी थी। हैरानी की बात यह है कि तीसरे दिन भी खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरे। ऐसे में सवाल उठता है कि इसके पीछे क्या वजह है? आइए जानते हैं इसके पीछे की असली वजह।

अश्वेत खिलाड़ियों के लिए राह खोलने वाले डेविड लॉरेंस का निधन

इंग्लैंड और ग्लूस्टरशायर के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड 'सिड' लॉरेंस (David Lawrence) का 61 वर्ष की उम्र में शनिवार को निधन हो गया। वह इंग्लैंड के लिए खेलने वाले ब्रिटेन में जन्मे पहले अश्वेत क्रिकेटर थे। डेविड ने 1988 से 1992 के बीच 5 टेस्ट और 1 वनडे मैच में कुल 22 विकेट झटके थे। वर्ष 2024 में उन्हें मोटर न्यूरॉन नामक गंभीर बीमारी का पता चला था, जो शरीर की मांसपेशियों को धीरे-धीरे काम करना बंद करवा देती है। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि लॉरेंस न केवल एक शानदार तेज गेंदबाज थे बल्कि उन्होंने इंग्लिश क्रिकेट में ऐतिहासिक छाप छोड़ी है।


ब्लैक आर्मबैंड के साथ दी श्रद्धांजलि

डेविड लॉरेंस के निधन पर न सिर्फ इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) बल्कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी गहरा शोक जताया। दोनों बोर्ड ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लॉरेंस को श्रद्धांजलि दी। इस पोस्ट में भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ी एक लाइन में खड़े होकर ब्लैक आर्मबैंड पहने नजर आए।

यह दृश्य पूर्व क्रिकेटर के सम्मान में बेहद भावुक कर देने वाला था। हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन भी दोनों टीमों ने अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए काली पट्टी पहनी थी। डेविड लॉरेंस इंग्लैंड के लिए 5 टेस्ट और 1 वनडे खेल चुके थे, लेकिन 1992 में न्यूजीलैंड दौरे के दौरान लगी घुटने की गंभीर चोट ने उनका करियर अचानक खत्म कर दिया।

500 से ज्यादा विकेट ले चुके थे डेविड लॉरेंस (David Lawrence)


डेविड लॉरेंस क्रिकेट में समावेश और बदलाव की आवाज भी बने। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने 500 से ज्यादा विकेट लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “डेविड का खेल पर बहुत गहरा असर रहा। उन्होंने अपनी गेंदबाजी से दर्शकों को रोमांचित किया। साथ ही खेल में समानता और सबकी भागीदारी के लिए आवाज उठाई। बीमारी के कठिन दौर में भी उन्होंने साहस और सकारात्मकता के साथ जिया और दूसरों को प्रेरित किया। उनकी यह विरासत हमेशा क्रिकेट जगत में याद की जाएगी।”

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