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KL Rahul और मोहम्मद सिराज को टीम से बाहर रखने पर मांगा स्पष्टीकरण, जानें पूरा मामला
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BCCI की नाराजगी: KL Rahul और मोहम्मद सिराज को टीम से बाहर रखने पर मांगा स्पष्टीकरण, जानें पूरा मामला

Rashmi Dubey
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22 Aug 2025 2:57 PM IST

BCCI Duleep Trophy 2025 Players Selection Update: KL राहुल और मोहम्मद सिराज जैसे स्टार खिलाड़ियों को दलीप ट्रॉफी टीम से बाहर रखने के फैसले ने BCCI को नाराज कर दिया है। बोर्ड ने इस मामले में संबंधित संघों से स्पष्टीकरण मांगा है।

दरअसल, BCCI ने सेंट्रली-कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ियों की घरेलू क्रिकेट में मौजूदगी अनिवार्य कर दी है और साफ कर दिया है कि दलीप ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की भागीदारी जरूरी है। विवाद तब बढ़ा जब साउथ जोन ने केएल राहुल, मोहम्मद सिराज और वाशिंगटन सुंदर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को टीम में शामिल नहीं किया।

BCCI का सख्त संदेश

पिछले हफ्ते BCCI के जनरल मैनेजर (क्रिकेट ऑपरेशंस) अभय कुरुविला ने सभी राज्य क्रिकेट संघों को ईमेल भेजा। इसमें उन्होंने दलीप ट्रॉफी के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इस टूर्नामेंट की प्रतिस्पर्धा और प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए सभी उपलब्ध भारतीय खिलाड़ियों को उनकी जोनल टीमों में शामिल करना जरूरी है।

कुरुविला ने साफ तौर पर निर्देश दिया कि जोनल संयोजक यह सुनिश्चित करें कि हर उपलब्ध भारतीय खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी में चयनित हो, ताकि टूर्नामेंट का स्तर बरकरार रहे।

इंटरनेशनल खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट अनिवार्य

पिछले साल BCCI ने साफ निर्देश दिए थे कि सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा लेना होगा। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि कुछ खिलाड़ी आईपीएल को प्राथमिकता दे रहे थे और घरेलू क्रिकेट से दूरी बना रहे थे।

जनवरी में ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के बाद भी बोर्ड ने इस नियम को दोहराते हुए कहा था कि घरेलू क्रिकेट खेलना राष्ट्रीय खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है, ताकि देश के क्रिकेट ढांचे की मजबूती बनी रहे।

राज्य संघों की अलग राय

कई राज्य क्रिकेट संघों का मानना है कि बड़े खिलाड़ियों को दलीप ट्रॉफी या देवधर ट्रॉफी की बजाय इंडिया-ए या बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन जैसी टीमों के लिए खेलना चाहिए। उनका तर्क है कि रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को अक्सर मौका नहीं मिल पाता, क्योंकि स्टार खिलाड़ी सीधे जोनल टीमों में जगह बना लेते हैं। इससे मेहनती रणजी खिलाड़ियों का मनोबल प्रभावित होता है।

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