< Back
नई दिल्ली
पाकिस्तान के आरोपों को भारत ने किया खारिज, वजीरिस्तान हमले में भारत को ठहराया था दोषी

पाकिस्तान के आरोपों को भारत ने किया खारिज

नई दिल्ली

Waziristan Attack: पाकिस्तान के आरोपों को भारत ने किया खारिज, वजीरिस्तान हमले में भारत को ठहराया था दोषी

Gurjeet Kaur
|
29 Jun 2025 8:23 AM IST

नई दिल्ली। पाकिस्तान द्वारा वजीरिस्तान हमले में भारत पर लगाए गए आरोपों को भारत ने खारिज कर दिया है। भारत के विदेशी मामलों के प्रवक्ता ने रणधीर जायसवाल ने कहा कि, 'हमने पाकिस्तानी सेना का एक आधिकारिक बयान देखा है जिसमें 28 जून को वजीरिस्तान में हुए हमले के लिए भारत को दोषी ठहराया गया है। हम इस बयान को पूरी अवमानना ​​के साथ खारिज करते हैं।'

दरअसल, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तर वजीरिस्तान जिले से शनिवार को एक आत्मघाती हमले में 13 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई थी। हमले में 29 लोग घायल हुए थे। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान से जुड़े हाफिज गुल बहादुर गुट के आत्मघाती दस्ते ने ली थी।

स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी के अनुसार, "एक आत्मघाती हमलावर विस्फोटक से लदी गाड़ी को सैन्य काफिले में घुसा ले गया। इस विस्फोट में 13 सैनिक मारे गए, जबकि 10 अन्य सैनिक और 19 आम नागरिक घायल हो गए। धमाके के प्रभाव से पास की दो रिहायशी इमारतों की छतें गिर गईं, जिससे छह बच्चे घायल हो गए।”

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, घायल सैनिकों में से चार की हालत नाजुक बनी हुई है। हमले के बाद इलाके में सुरक्षा बलों ने व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

इस हमले की जिम्मेदारी हाफिज गुल बहादुर ग्रुप के आत्मघाती दस्ते ने ली है, जो पाकिस्तान तालिबान (टीटीपी) का एक कट्टरपंथी धड़ा है। यह वही संगठन है जिसने हाल के वर्षों में देश के कई हिस्सों में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है।

गौरतलब है कि 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकी हमलों में तीव्र वृद्धि देखी गई है। इस वर्ष की शुरुआत से अब तक कुल लगभग 290 लोगों की जान गई है, जिनमें अधिकतर सुरक्षा बलों के जवान शामिल हैं।

इस्लामाबाद बार-बार काबुल पर आरोप लगाता रहा है कि वह पाकिस्तान विरोधी आतंकी गुटों को अपनी सरजमीं का इस्तेमाल करने दे रहा है, लेकिन अफगान तालिबान इन आरोपों को खारिज करता रहा है।

यह हमला न केवल पाकिस्तान में बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था को दर्शाता है, बल्कि इस क्षेत्र में बढ़ते आतंकवाद के खतरे की भी गवाही देता है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक सरकार और सुरक्षाबल सीमा पार से हो रही घुसपैठ और आतंकी नेटवर्क पर निर्णायक कार्रवाई नहीं करते, तब तक ऐसे हमले जारी रहने की आशंका बनी रहेगी।

Similar Posts